मुख्यमंत्री के दौरे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की दौड़ भाग जारी

(मथुरा)(ए.के.शर्मा) देश दुनिया में धार्मिक पर्यटन के नए केन्द्र के रूप में स्थापित हो रहे ब्रज क्षेत्र के वृंदावन का 11 कोसीय परिक्रमा मार्ग नया आकर्षण बनेगा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पर जहां लगातार श्रद्धालुओं का दबाव बना रहता है वहीं वृंदावन में सप्त देवालयों के दर्शन करने के लिए लाखों तीर्थयात्री आते हैं। मुख्यमंत्री के दौरे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की भाग दौड जारी है। वृंदावन के 11 किलोमीटर लंबे परिक्रमा मार्ग के हेरिटेज स्वरूप को बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा के नेतृत्व में जिले के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्थाओं पर चल रहे व्यवसाय से हैरिटेज स्वरूप को बिगड़ना पाया गया, पुलिस और नगर निगम को निर्देश दिए कि इनको दूसरे स्थान पर स्थानांतरण किया जाए। अधीनस्थ अधिकारियों के साथ परिक्रमा मार्ग का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया परिक्रमा मार्ग को हेरिटेज स्वरूप देने में कई बाधाओं का सामना फिलहाल करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर अभी कनेक्टविटी नहीं है, वहां कनेक्टविटी भी की जाएगी। साफ सफाई की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। इसको और बेहतर बनाया जाएगा। अभी तक यहां 60 सफाई कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। इनकी संख्या दोगुनी की जाएगी। घाटों की सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। कुछ स्थानों पर रोपे गए पौधे खराब हो गए हैं, उनके स्थान पर नए पौधे रोपे जाएंगे।

नौ माह में उत्तर प्रदेश पहुंचे 32 करोड़ से अधिक पर्यटक

वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश आने वाले पर्यटकों की संख्या जहां 31.85 करोड़ थी। वहीं, 2023 के शुरुआती नौ महीने में ही 32 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने यूपी में पहुंचे। बड़ी संख्या विदेशी पर्यटकों की भी है। प्रदेश में सर्वाधिक पर्यटकों ने काशी का रुख किया, जबकि प्रयागराज, अयोध्या और मथुरा आने वाले सैलानियों की संख्या भी करोड़ों में रही। पर्यटकों की सर्वाधिक संख्या जनवरी और जुलाई माह में दर्ज की गई है, जो कि 5.56 से 5.80 करोड़ के बीच रही।

18 पी.टी. जैड कैमरे, 120 बुलैट कैमरे पडे हैं खराब

वृन्दावन परिक्रमा मार्ग पर सी.सी.टी.वी. एवं पी.ए. सिस्टम की स्थापना का कार्य उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अन्तर्गत मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा कराया गया था। 18 पी.टी. जैड कैमरे, 120 बुलैट कैमरे एवं 70 स्पीकर, कन्ट्रोल रूम, बाढ़ से कैमरों के लिए बनाये गये चौम्बरों एवं डी.डब्लू.सी. पाइप लाइन में पानी भरने के कारण कैमरों का संचालन बंद हो गया। अवस्थापना निधि से 45 लाख की धनराशि प्राधिकरण द्वारा पुलिस विभाग को उपलब्ध करायी गयी थी, किन्तु पुलिस विभाग द्वारा रख रखाव एवं संचालन अभी तक प्रारम्भ नहीं किया गया है। कार्य के रख रखाव एवं संचालन कराना सुनिश्चित करें।

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