उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में वीआईपी के नाम पर नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। मंदिर में एक बार फिर नियमों को तोड़ने का मामला सामने आया है। इस बार आरोप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे पर लगे हैं। उधर मंदिर प्रशासक ने जिम्मेदार पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। पुजारियों को छोड़कर मंदिर के गर्भगृह में कोई और नहीं जा सकता है।

जेएनएन, उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में नियम तोड़ने का मामला सामने आया है। आरोप है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और चार अन्य लोगों ने गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना की। मगर मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना करने की अनुमति किसी को नहीं है। पिछले साल मंदिर प्रशासन ने यह प्रतिबंध लगाया था। मगर समय-समय पर वीआईपी के नाम पर इन नियमों को दरकिनार किया जाता है।

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