झांसी! जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जनपद में एग्रीस्टेक परियोजना के अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे के क्रियान्वयन की ज़ूम ऐप के माध्यम से समीक्षा करते हुए कहा कि अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने सर्वे कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए ताकि कार्य निर्धारित तिथि 06 अप्रैल 2024 तक पूर्ण किया जा सके समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि डिजिटल क्राप सर्वे कराने से किसानों की जिंदगी में नये बदलाव आएंगे। उनके उत्पादन का प्रमाणित आंकड़ा आसानी से मिल सकेगा। जिससे कृषकों के आर्थिक विकास उन्नयन एवं कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में नई क्रान्ति आएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के रकबे का सही आंकड़ा प्राप्त होने से बैंकों द्वारा किसानों को कृषि निवेश क्रय करने हेतु आसानी से केसीसी जारी हो सकेगा। आने वाले समय में प्रदेश स्तर पर बैठे-बैठे डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से यह पता हो सकेगा कि किसान ने अपने खेत में कौनसी फसल बोई है

जिलाधिकारी ने डिजिटल क्राप सर्वे की समीक्षा के दौरान कहा कि क्रॉप सर्वे राजस्व कर्मियों का मूलतः कार्य है, कृषि विभाग द्वारा केवल सहयोग किया जा रहा है। सर्वे में सभी राजस्व कर्मियों की सहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लापरवाही और शिथिलता बरतने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ सर्वेयर ने अभी तक आवंटित कार्य प्रारंभ नहीं किया है उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पंचायतीराज विभाग के कर्मियों का सहयोग लिया जाए। जहां भी डिजिटल क्रॉप सर्वे हो रहा वहां मैनुअल खसरा भरने की जरूरत नहीं है। सर्वे कार्य की सही रिपोर्टिंग राजस्व कर्मियों के काम आसान और बेहतर बनाने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ई-सर्वे कराया जा रहा है। उन्होंने ई-पड़ताल का नाम ई-खसरा (ई-पड़ताल) रखने के निर्देश दिए।

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