ऑस्ट्रेलिया दौरे से मिले ब्रेक के बाद भारतीय टीम अब इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज खेलनी वाली है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की हार के बाद इस हेड कोच गौतम गंभीर के लिए यह सीरीज काफी अहम है। गंभीर के कोच बनने से काफी लोग सहमत नहीं है। इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने बताया कि गंभीर और टीम इंडिया के सीनियर प्लेयर्स के बीच ताल-मेल क्यों नहीं बन पा रहा है।
मोंटी पनेसर ने कहा गंभीर नए कोच हैं
मोंटी पनेसर ने कहा गंभीर नए-नए कोच बने हैं। उन्हें इस बदलाव में ढलने में समय लगेगा। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि शायद गंभीर के लिए कार्यभार बहुत ज़्यादा है। वह अभी कोच के रूप में आए हैं। कभी-कभी कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए यह मुश्किल हो सकता है, जो वास्तव में सोचेंगे, ‘अच्छा, मैं कुछ साल पहले उनका टीममेट था, अब वह हमें बता रहे हैं कि क्रिकेट कैसे खेलना है’। यह बदलाव मुश्किल हो सकता है।”
गंभीर का रिकॉर्ड इंग्लैंड में अच्छा नहीं
मोंटी पनेसर ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में गंभीर के रिकॉर्ड के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘साथ ही उनका रिकॉर्ड (बल्लेबाज के तौर पर) ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड में बहुत अच्छा नहीं है। ऑस्ट्रेलिया में उनका (गंभीर का) औसत 23 है। इंग्लैंड में भी उनका औसत अच्छा नहीं है। उन्होंने मूवमेंट वाली गेंद को बहुत अच्छे से नहीं खेला।”
गौतम गंभीर का टेस्ट रिकॉर्ड
गंभीर ने टेस्ट में 42 के औसत से रन बनाए हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया में उनका औसत 22.62 का था। वहीं इंग्लैंड में यह महज 12.70 का ही है। वह इंग्लैंड में कोई शतक नहीं लगा पाए हैं। गंभीर ने साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कहा था। वह आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान रहे हैं। हालांकि कभी हेड कोच की भूमिका नहीं निभाई है। वह मौजूदा टीम के कई खिलाड़ियों के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं। इसमें रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
पनेसर ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “मुझे लगता है कि आपको किसी ऐसे भारतीय दिग्गज की जरूरत है, जिसने सभी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया हो, जो कोच के रूप में आए, क्योंकि तब आप स्वाभाविक रूप से सम्मान प्राप्त करते हैं। मुझे लगता है कि चयनकर्ता सोच रहे होंगे कि ‘क्या गंभीर कोच के रूप में इसे गंभीरता से ले रहे हैं, या हमें उन्हें सिर्फ वनडे और टी20 पर ध्यान केंद्रित करने देना चाहिए, और शायद वीवीएस लक्ष्मण जैसे किसी व्यक्ति को लाना चाहिए, उदाहरण के लिए (टेस्ट कोच के रूप में)?… या उन्हें गंभीर की मदद करने के लिए बल्लेबाजी कोच के रूप में लाया जाए।”