उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा है कि इसी साल 2024 में मार्च महीने से शुरू होने वाले सत्र में नए पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा। बता दें कि वक्फ बोर्ड के तहत प्रदेश भर में 117 मदरसे संचालित किए जा रहे हैं।
22 जनवरी को हुए राम मंदिर उद्घाटन और राम मंदिर के गर्भ गृह में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से पूरा देश राममयी हो चुका है। देशभर से लोग लाखों की संख्या में राम मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच खबर आई है कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठयक्रम में भगवान श्रीराम की कहानी भी शामिल करने का फैसला किया गया है
श्रीराम का जीवन भी पढ़ाया जाएगा
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने गुरुवार को बड़ी जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया है कि वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठयक्रम में भगवान श्रीराम की कहानी भी शामिल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मदरसा के छात्रों को पैगंबर मुहम्मद के साथ ही श्रीराम का जीवन भी पढ़ाया जाएगा। बता दें कि वक्फ बोर्ड के तहत प्रदेश भर में 117 मदरसे संचालित किए जा रहे हैं।
मार्च महीने से नया पाठ्यक्रम लागू होगा
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा है कि इसी साल 2024 में मार्च महीने से शुरू होने वाले सत्र में नए पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा। इसमें छात्र श्रीराम के बारे में भी पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि श्री राम एक अनुकरणीय चरित्र है जिनके बारे में हरेक को पता होना चाहिए और उनका अनुसरण करना चाहिए। पिता को अपना वादा पूरा करने में मदद के लिए श्रीराम ने सिंहासन छोड़ दिया और वन को चले गए। किसे श्रीराम जैसा पुत्र कौन नहीं चाहेगा?
BJP ने अयोध्या में किया 25 हजार भक्तों के रहने का इंतजाम
भक्तों को केवल एक हजार रुपये में अयोध्या आने-जाने, रहने-खाने और दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यदि आप भी भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं, तो आप भी केवल एक हजार रुपये खर्च कर यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र से उन सभी लोगों को अयोध्या ले जाने की व्यवस्था करें, जो लोग भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं। वहीं, अयोध्या में बीजेपी ने 25 हजार श्रद्धालुओं के रहने का इंतजाम किया हुआ है। इन जगहों पर राम भजन, कीर्तन और रामलीला जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों भी आयोजित करने की तैयारी है।