
फर्जी मुकदमे के विरोध में सड़क पर उतरे सैकड़ों कार्यकर्ता थाने पहुंचे विधायक
लखनऊ बीकेटी
बीकेटी विधानसभा क्षेत्र के इटौंजा थाना क्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह पर कथित तौर पर फर्जी मुकदमा दर्ज किए जाने के और कार्यकर्ताओं की सुनवाई न होने के विरोध में रविवार को सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे। तिरंगा महाराज के नेतृत्व में ये सभी कार्यकर्ता इटौंजा थाने के मुख्य द्वार पर जमा हुए और जोरदार धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने थाने के गेट पर बैठकर थाना प्रभारी के खिलाफ अपनी भारी नाराजगी व्यक्त की और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की
‘भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त करो’ के लगे नारे
प्रदर्शनकारियों ने थाना प्रभारी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की, जिसमें “भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त करो”, “योगी जी न्याय दो” और “इंकलाब जिंदाबाद” जैसे नारे प्रमुख थे। प्रदर्शन में शामिल प्रमुख कार्यकर्ता विमल सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अनिल सिंह को राजनीतिक दबाव में फंसाया गया है और उनकी जमीन पर विपक्षी ने कब्जा कर लिया और पुलिस थाना प्रभारी के इशारे पर मुकदमा दर्ज किया गया और इटौंजा पुलिस उनका ही उत्पीड़न कर रही है।

विधायक के आश्वासन पर समाप्त हुआ धरना
जैसे-जैसे धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ती गई, माहौल और अधिक गरम होता गया। तिरंगा महाराज के साथ भाजपा नेता ठाकुर विमल सिंह, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष अतुल मिश्रा, अमर सिंह, पंकज सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरनारत कार्यकर्ताओं से संवाद किया और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। विधायक शुक्ला ने एसीपी से वार्ता की और तीन दिन के भीतर मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाया, जिसके बाद प्रदर्शन को समाप्त किया गया।
संगठन के नेताओं की अनुपस्थिति से कार्यकर्ताओं में रोष
हालांकि, खबर लिखे जाने तक न तो फर्जी मुकदमा दर्ज करने वाले आरोपी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई हुई थी और न ही कोई नया मुकदमा दर्ज किया गया था। इस दौरान संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और स्थानीय नेताओं की अनुपस्थिति ने कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ा दिया। तिरंगा महाराज ने नाराजगी जताते हुए कहा, “जब हमारे साथी पर अन्याय हो रहा है, तब हमारे ही नेता दबाव में हैं और चुप हैं—यह शर्मनाक है।”
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थाना प्रभारी मारकंडे यादव 2 साल से एक ही थाने में तैनात है ट्रांसफर 2 महीने पहले हो चुका फिर भी अभी तक नहीं हुई रवानगी
अनिल सिंह पर मुकदमा दर्ज होने के बाद जब थाना प्रभारी से वार्ता की गई तो उन्होंने साफ तौर से कहा हमने यह मुकदमा अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश पर दर्ज किया है
अब सवाल उठता है कि जब लगातार इटौंजा थाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं लगातार थाने में ही धरना प्रदर्शन हो रहा है तो फिर क्यों थाना प्रभारी को हटाया नहीं जा रहा है और थाना प्रभारी कह रहे हमने मुकदमा उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लिखा है
डीसीपी से लगाकर पुलिस कमिश्नर से मिल चुके विधायक
अनिल सिंह पर फर्जी मुकदमा दर्ज होने के बाद क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला डीसीपी से लगाकर पुलिस कमिश्नर से मिल कर इटौंजा थाने में चल रही अपराधिक घटनाओं की शिकायत कर चुके हैं पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई अब फिर से धरना प्रदर्शन में क्षेत्रीय विधायक का पहुंचना और इटौंजा थाने में ही मुकदमा दर्ज नहीं होना एक बड़ा सवाल खड़े कर रहा है कि किस अधिकारी का हाथ है भू माफियाओं पर जो विधायक की भी पुलिस नहीं सुन रही
