
wisdomindia : लखनऊ/बीकेटी इटौंजा थाना पुलिस पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। इस बार निशाने पर हैं बीजेपी के सामाजिक कार्यकर्ता तिरंगा महाराज (दीपक शुक्ला) कार्यकर्ताओं का दावा है कि थाना प्रभारी मार्कण्डेय यादव ने रंजिश के चलते महाराज पर सड़क जाम करने और एम्बुलेंस फंसाने का झूठा मुकदमा दर्ज किया है। यह मामला इटौंजा थाने में हो रहे कथित ‘घोटालों और झूठे मुकदमों’ को उजागर करने के कारण उत्पन्न हुआ बताया जा रहा है।
उत्पीड़न और रंजिश का आरोप
तिरंगा महाराज लंबे समय से इटौंजा थाने की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे और अनियमितताओं को उजागर कर रहे थे। उनका आरोप है कि इसी वजह से थाना प्रभारी मार्कण्डेय यादव उनसे निजी रंजिश रखते हैं और उन्हें सबक सिखाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
दर्ज किए गए मुकदमे में तिरंगा महाराज को दोषी बताते हुए उन पर रोड जाम करने और इस कृत्य के कारण एम्बुलेंस फंसने का आरोप लगाया गया है।
तिरंगा महाराज का पक्ष इससे बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने कहा, “मैं इटौंजा में लग रहे जाम के खिलाफ आवाज उठा रहा था, न कि खुद जाम लगा रहा था। हम कानून को मानने वाले व्यक्ति हैं, न कि कानून तोड़ने वाले।”
योगी सरकार की छवि खराब करने का ठेका
बीजेपी समर्थकों ने सीधे तौर पर थाना प्रभारी मार्कण्डेय यादव पर निशाना साधा है। समर्थकों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने मानो यूपी पुलिस की छवि खराब करने का ठेका ले लिया है और वह लगातार योगी जी की सरकार की छवि मिट्टी में मिलाने पर तुले हुए हैं।
समर्थकों ने इस कार्रवाई को जानबूझकर उठाया गया कदम बताया है, जिसका उद्देश्य तिरंगा महाराज को बदनाम करना और उन्हें उनके सामाजिक कार्यों से रोकना है।
गोमती नदी के कब्जे पर आवाज उठाना बना वजह
यह झूठा मुकदमा दर्ज किए जाने के पीछे एक और बड़ा कारण बताया जा रहा है जमीन का विवाद।
हाल ही में इटौंजा थाने में अनिल सिंह पर जमीन कब्जाने का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया था, जिस पर तिरंगा महाराज ने आवाज उठाई थी।
तिरंगा महाराज का कहना है कि पुलिस उन पर इसलिए दबाव बना रही है, क्योंकि वह गोमती नदी की जमीन पर हुए अवैध कब्जे के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे हैं और आवाज उठा रहे हैं।
तिरंगा महाराज और बीजेपी समर्थकों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और कहा है कि थाना प्रभारी मार्कण्डेय यादव को तुरंत सस्पेंड कर दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनके कार्य सरकार विरोधी हैं।
जमानत मिली, लड़ाई जारी रखने का संकल्प
हालांकि इटौंजा पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इस झूठे मुकदमे में तिरंगा महाराज दीपक शुक्ला को **जमानत मिल गई है।
जमानत मिलने के बाद उन्होंने अपना मनोबल ऊंचा रखते हुए कहा, “ऐसे मुकदमे हमारे जज्बे और मनोबल को गिरा नहीं सकेंगे। हम गोमती नदी की जमीन को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहेंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस उन्हें झूठे मुकदमों से डरा नहीं सकती और उनका आंदोलन जारी रहेगा।
