बांका के बाबूटोला मोहल्ले की संजना शर्मा ने अपनी लगन और हौसले से अनोखी मिसाल पेश की है। सोमवार को संजना की शादी सॉफ्टवेयर इंजीनियर सत्य प्रकाश शर्मा के साथ हुई। विवाह की देर रात तक चलने वाली रस्मों के बाद जहां अधिकांश दुल्हनें आराम करती हैं, वहीं संजना शर्मा ने पढ़ाई को प्राथमिकता दी। मंगलवार सुबह संजना की एलएलबी की सेमेस्टर परीक्षा मुंगेर में होनी थी। सुबह 4 बजे शादी की रस्में पूरी होने के बाद संजना परीक्षा देने मंडप से सीधे मुंगेर रवाना हो गईं। सुबह 10 बजे से निर्धारित परीक्षा के लिए वह समय पर कॉलेज पहुंचीं। इस दौरान उनके पति सत्य प्रकाश शर्मा परीक्षा केंद्र के बाहर इंतजार करते रहे। परीक्षा के बाद दोनों पटना के रूपसपुर स्थित ससुराल के लिए निकल पड़े, जहां शाम को रिसेप्शन पार्टी हुई।
संजना शर्मा के पिता मनोज कुमार शर्मा सार्वजनिक महाविद्यालय बांका में प्रोफेसर हैं। बेटी के हौसले से पिता गर्व से भरे हैं। उन्होंने कहा- ‘हर बेटी में ऐसा ही जज्बा होना चाहिए’। संजना की मां ललिता शर्मा भी बेटी की प्रतिबद्धता से बेहद खुश हैं। संजना शर्मा ने कहा कि पढ़ाई जीवन की प्राथमिकता है और शादी उसके सपनों को रोकने वाली नहीं, बल्कि उसे आगे बढ़ाने वाली है।
संजना के पति सत्य प्रकाश शर्मा ने पत्नी का पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में शिक्षा ही सबसे बड़ी पूंजी है और वह हर कदम पर संजना का साथ देती रहेगी। संजना की यह कहानी उन सभी परिवारों और बेटियों के लिए प्रेरणा है, जो विवाहेत्तर जीवन में पढ़ाई से समझौता करती हैं। संजना ने नजीर पेश की है कि शादी और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच भी युवतियां बिना किसी समझौते के अपनी शिक्षा और अपने करियर को प्राथमिकता दे सकती हैं
