उत्तर प्रदेश में 826 ब्लॉक करियर काउंसलर की भर्ती की जाएगी। हर ब्लॉक में एक करियर काउंसलर रखा जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग संविदा पर इनकी भर्ती करेगा। हर महीने 25 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

करियर काउंसलर पद पर भर्ती के लिए एमए मनोविज्ञान व करियर काउंसिलिंग में डिप्लोमाधारक आवेदन कर सकेंगे। राजकीय माध्यमिक स्कूलों व अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों की यह करियर काउंसिलिंग करेंगे। यही नहीं छात्र अगर मानसिक तनाव में हैं, तो उनकी मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग भी यह काउंसलर करेंगे। शिक्षकों को प्रशिक्षित भी करेंगे और अपने ब्लॉक के विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। सरकारी माध्यमिक स्कूलों में छात्र अपनी रुचि के अनुसार किन-किन क्षेत्रों में आगे करियर बना सकते हैं, इसकी जानकारी यह करियर काउंसलर उन्हें देंगे।

देश व विदेश में विभिन्न अच्छे पाठ्यक्रमों की उन्हें जानकारी देंगे। विद्यार्थियों को उनकी क्षमता व रुचि के अनुसार किस क्षेत्र में करियर बनाने का प्रयास करना चाहिए इसके लिए उनका मार्गदर्शन करेंगे। अभी विद्यार्थी पढ़ाई व करियर बनाने को लेकर कई बार तनाव में आ जाते हैं। विद्यालय में पढ़ाई का बढ़ता बोझ और अभिभावकों का दबाव न सह पाने के कारण कई बार वह तनाव में आ जाते हैं। कई बार उचित मार्गदर्शन न मिलने के कारण वह गलत कदम भी उठा लेते हैं। ऐसे में उन्हें काउंसिलिंग की जरूरत होती है, जो शिक्षक नहीं कर पाते। इसीलिए सरकारी माध्यमिक स्कूलों के लिए हर ब्लॉक में एक करियर काउंसलर रखे जा रहे हैं, जिससे छात्रों को आसानी से उचित मार्गदर्शन मिल सकेगा।

प्रत्येक ब्लॉक में सरकारी माध्यमिक स्कूलों को सूचीबद्ध कर उनके यहां हर हफ्ते विशेष सत्र चलाया जाएगा। इसमें छात्र कॅरियर से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेंगे। यही नहीं समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिससे छात्रों को उचित मार्गदर्शन मिल सके।

विद्यार्थियों को यह भी बताया जाएगा कि करियर बनाने की दौड़ में वह अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ न करें। तनाव प्रबंधन करें और योग करें। कभी भी दबाव में रहकर परीक्षा की तैयारी न करें। वह किस तरह अपनी दिनचर्या बनाएं इसके लिए उन्हें टिप्स दी जाएगी। करियर काउंसलर करियर बनाने व मनोवैज्ञानिक समस्याएं दूर करने के साथ ही यह भी बताएंगे कि खेल, गीत व संगीत इत्यादि को वह किस तरह अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इस तरह काउंसलर उनका मागदर्शन करेंगे।

करियर काउंसलर ऐसे छात्रों को शिक्षकों की मदद से चिह्नित करेंगे जो अकसर तनाव में रहते हैं। फिर उनसे वह अलग से बात करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर किस तरह की समस्या उनके सामने आ रही है। ज्यादातर छात्र अपने अभिभावकों को समस्या बताने में झिझकते हैं। उनकी समस्या लगातार बढ़ती चली जाती है। फिलहाल अब काउंसलर की तैनाती होने पर ऐसे छात्रों के अभिभावकों को बुलाया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि वह किस तरह अपने बच्चे के साथ व्यवहार करें। जिसस तनाव से दूर किया जा सके।

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