प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू एपोसल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। यह रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। पीएम मोदी को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में असाधारण सेवाओं के लिए इस सम्मान से नवाजा गया। उन्होंने एक समारोह में पुरस्कार प्राप्त करने के बाद एक्स पर लिखा, ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोसल पुरस्कार प्राप्त करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे भारत की जनता को समर्पित करता हूं।’
रूस में पीएम मोदी को सम्मानित किए जाने का वीडियो क्लिप सामने आया है। इसमें मोदी को राष्ट्रपति पुतिन कुछ समझाते नजर आ रहे हैं। पहले वह उन्हें ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू एपोसल का आगे की दिखाते हुए इशारा करते हैं। इसके बाद उन्हें पीछे की तरफ कुछ दिखाते हैं। इस दौरान मोदी को पुतिन उन्हें मिले सम्मान में लगे खास तरह के संकेतों का मतलब बता रहे होते हैं। मालूम हो कि साल 1698 में यीशू के प्रथम प्रचारक और रूस के संरक्षक संत सेंट एंड्रयू के सम्मान में जार पीटर द ग्रेट की ओर से स्थापित ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोसल’ रूस का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।
‘युद्ध में मासूमों की मौत बहुत ही पीड़ाजनक’
इससे पहले पीएम मोदी की रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से लंबी बातचीत हुई। इस दौरान उन्होंने अपील की कि यूक्रेन के युद्ध में मासूमों की मौत बहुत ही पीड़ाजनक होती है। युद्ध भूमि से समाधान नहीं निकला करते हैं, इसलिए संवाद और कूटनीति के माध्यम से समाधान खोजे जाने चाहिए। मोदी ने भारत और रूस के बीच 22वें वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान यह बात खुल कर कही। पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के सुझावों की सराहना की। बैठक में दोनों देशों ने किफायती ऊर्जा, उर्वरक व परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने का संकल्प लिया। बैठक में भारत ने रूस में आतंकवाद की घटनाओं की कड़ी निंदा की।