देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि 2014 से पहले की सरकारें देश की संस्कृति, धर्म और भाषाओं का सम्मान करने से डरती थीं। उन्होंने कहा है कि अब उस गहरे घाव को मिटा दिया गया है जो बाबर के युग के दौरान हमारे दिलों में हुआ था।
अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही पूरे देश में उत्सव का माहौल है। मंदिर के गर्भगृह में राललला की मूर्ति विराजमान है जिनके दर्शन के लिए लाखों की संख्या में लोग लाइन लगा कर खड़े हैं। राम मंदिर के बनने के बाद हर ओर से मंदिर और रामलला की भव्यता पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऐसे देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद मुगल आक्रांता बाबर का जिक्र किया है।
बाबर काल के घाव ठीक हुए
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर खुशी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ करके उल्लेखनीय कार्य किया। दुनिया भर में भगवान राम के भक्त पिछले 500 वर्षों से इस क्षण का इंतजार कर रहे थे। वे पूछ रहे थे कि भगवान राम को तंबू से एक भव्य मंदिर में कब स्थानांतरित किया जाएगा। इस घटनाक्रम ने अब उस गहरे घाव को मिटा दिया है जो बाबर के युग के दौरान हमारे दिलों में हुआ था।
औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ को नष्ट किया
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को नष्ट कर दिया था। यह मोदी ही थे जिन्होंने इतने वर्षों के बाद इसका पुनर्निर्माण कराया और वहां एक गलियारा बनाया। बाबर ने अयोध्या में राम मंदिर को नष्ट कर दिया था। अब, वहां एक राम मंदिर बनाया गया है और पीएम ने वहां प्राण प्रतिष्ठा की है। शाह ने आरोप लगाया कि 2014 से पहले की सरकारें देश की संस्कृति, धर्म और भाषाओं का सम्मान करने से डरती थीं।
अयोध्या में कितने पर्यटक आने की उम्मीद?
राम मंदिर को देखने को सिर्फ देश से ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के देशों से पर्यटक आएंगे। ऐसा इसलिए कि राम को मानने वाले भक्त दुनियाभर में फैले हुए हैं। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने अपनी एक रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन से शहर में प्रति वर्ष कम-से-कम पांच करोड़ पर्यटकों के आने की संभावना है।