केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी भारतीय पहलवानों से आग्रह किया है कि जब तक भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और कदाचार के आरोप में दिल्ली पुलिस की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कोई कदम नहीं उठाएं।ठाकुर ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “पहलवानों ने जनवरी में खुद कहा था कि यह मंच राजनीति के लिए नहीं है और हम नहीं चाहते कि कोई राजनीतिक दल ऐसा करे। लेकिन बाद में, पार्टियां और ट्रेड यूनियन विरोध में शामिल हो गए।”उन्होंने कहा, “मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन मैं यह कहूंगा, मेरे प्रिय एथलीटों, दिल्ली पुलिस की जांच का इंतजार करें। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से बातचीत के मुताबिक एफआईआर दर्ज की है। यह तभी सही होगा जब आप जांच पूरी होने तक कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे खेल या किसी एथलीट को नुकसान हो। हम सभी खेल और एथलीटों के पक्ष में हैं। हम सब चाहते हैं कि वे आगे बढ़ें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस देश में खेल आगे बढ़ा है। सिर्फ बजट ही नहीं, उपलब्धियां भी बढ़ी हैं।”ठाकुर ने पहलवानों से धैर्य रखने और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच पर भरोसा करने का भी आग्रह किया। खेल मंत्री ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘मैं पहलवानों से आग्रह करता हूं कि वे जांच के नतीजे आने तक धैर्य रखें। मैं उनसे यह भी अपील करता हूं कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे खेल की महत्ता कम हो।’’साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवान मंगलवार को गंगा नदी में अपने पदक बहाने सैकड़ों समर्थकों के साथ उत्तराखंड में ‘हर की पौड़ी’ पहुंचे थे लेकिन खाप और किसान नेताओं ने उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए राजी कर लिया था। प्रदर्शनकारी पहलवान सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिन पर कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।