सीबीआई ने DUSIB (दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड) के विधि अधिकारी विजय मग्गो के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक और मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ यह मामला 5.21 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने के मामले में दर्ज किया गया है। मग्गो को पिछले साल पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब हुई कार्रवाई में उनके घर से नोटों का पहाड़ मिला था, जिससे कुल 3.79 करोड़ रुपए नकद जब्त हुए थे।

इस बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने उनके खिलाफ नया मामला उनके निवेश और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद होने के बाद दर्ज किया गया है। मग्गो ने अप्रैल 2019 से नवंबर 2024 की अवधि के दौरान अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 5.21 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी आय के ज्ञात वैध स्रोतों से कहीं ज्यादा है।

इससे पहले पिछले साल नवंबर में DUSIB के विधि अधिकारी विजय मग्गो और एक बिचौलिए को नई दिल्ली में एक व्यापारी की दो दुकानों की सील खोलने के बदले पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद आरोपी के खिलाफ हुई कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने आरोपी के कई परिसरों की तलाशी ली थी और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ 3.79 करोड़ रुपए नकद भी जब्त किए थे।

तब सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया था कि, ‘यह आरोप लगाया गया था कि आरोपी अधिकारी ने शिकायतकर्ता से उसकी दो दुकानों की सील खुलवाने और उन्हें निर्बाध तरीके से चलाने की अनुमति देने के लिए 40 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी।’ कारोबारी की शिकायत पर संघीय जांच एजेंसी ने जाल बिछाकर उसे पांच लाख रुपए (कुल रिश्वत राशि का एक हिस्सा) लेते हुए मग्गो को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

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