12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में तीन लोगों ने दशहरा की आतिशबाजी की आड़ में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर गोली चलकर उनकी हत्या कर दी। जिस वक्त बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की गई, उस समय केवल एक ही कॉन्स्टेबल उनके साथ था। जबकि उनकी सुरक्षा में तीन कॉन्स्टेबल को लगाया गया था।
बाबा सिद्दीकी पर चलाई गई छह राउंड गोलियां
पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि शनिवार को रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच निर्मल नगर में अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी पर छह राउंड गोलियां चलाई गईं, जिनमें से दो गोलियां उनके सीने में लगीं।
पुलिस ने बताया कि कांग्रेस से एनसीपी में शामिल हुए बाबा सिद्दीकी को गैर-श्रेणीबद्ध सुरक्षा दी गई थी, जिसके तहत उन्हें तीन कॉन्स्टेबल दिए गए थे। अधिकारी ने बताया कि गैर-श्रेणीबद्ध सुरक्षा व्यक्ति की खतरे की आशंका के अनुसार दी जाती है।
गहरी साजिश की आशंका
अधिकारी ने बताया कि शाम को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात दो कॉन्स्टेबलों को हटा दिया गया और उस रात को जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे के कार्यालय से बांद्रा पश्चिम के लिए निकल रहे थे, तब उनके साथ केवल एक कॉन्स्टेबल था। इस हमले के पीछे गहरी साजिश हो सकती है। पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है।
तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि उनके पास से दो पिस्तौल और 29 जिंदा कारतूस बरामद किए। इस हाथापाई में तीसरा शूटर भागने में सफल रहा। लेकिन रविवार देर रात तीसरे आरोपी प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया है।
लॉरेंस बिश्नोई का कनेक्शन
- जांच के लिए पंद्रह पुलिस टीमें बनाई गई हैं, जिनमें से कई सनसनीखेज मामले को सुलझाने के लिए दूसरे राज्यों में भी गई हैं।
- इन राज्यों की पुलिस से मदद मांगी जा रही है और बड़ी संख्या में संदिग्धों के आपराधिक रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं।
- अधिकारी ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संभावित संलिप्तता समेत सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।