लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी अमेरिका में चीन की तारीफ कर अपने देश में घिर गए हैं। उन्होंने भारत में उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है। इसलिए वह बेरोजगारी का सामना नहीं कर रहा है, जबकि भारत और अमेरिका समेत पश्चिमी देश बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं।
चीन से प्रतिस्पर्धा
सत्तारूढ़ भाजपा ने इस पर जोरदार पलटवार किया। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी भारत को कमजोर करने में लगे हैं और वह चीन के साथ खड़े हैं। टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में कौशल की कोई कमी नहीं है। अगर देश उत्पादन के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दे, तो वह चीन से प्रतिस्पर्धा कर सकता है।
राहुल के बचाव में आए खरगे
राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा को लेकर भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने कभी भारत को बदनाम नहीं किया है और न ही कभी करेंगे, यह हमारा वादा है। भाजपा वालों को बहाने की जरूरत होती है और वे हर समय ऐसे मुद्दे उठाते हैं।
देशों में रोजगार की समस्या
राहुल गांधी इस समय अमेरिका की चार दिवसीय अनौपचारिक यात्रा पर हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पश्चिमी देशों में रोजगार की समस्या है। भारत में रोजगार की समस्या है, लेकिन दुनिया के कई देशों में रोजगार की समस्या नहीं है। चीन में निश्चित रूप से रोजगार की समस्या नहीं है। वियतनाम में रोजगार की समस्या नहीं है।
चीन उत्पादन का केंद्र
राहुल ने कहा कि अगर आप पिछली सदी के अमेरिका को देखें, तो यह देश वैश्विक उत्पादन का केंद्र था। बाद में अमेरिका में उत्पादन कम होने लगा। कोरिया और फिर जापान में उत्पादन होने लगा। अंतत: चीन उत्पादन का केंद्र बन गया। अगर आप आज देखें, तो वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है।
भाजपा की कांग्रेस को चुनौती
भाटिया ने दावा किया कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान चीन के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया था। राहुल गांधी भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, वह उसी एमओयू का नतीजा है। अगर मैं गलत हूं, तो मैं राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एमओयू सार्वजनिक करने की चुनौती देता हूं।