मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा खराब मौसम के चलते रद्द हो गया है। अब सीएम योगी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मंदिर निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे।
अयोध्याः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा खराब मौसम के चलते रद्द हो गया है। अब सीएम योगी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मंदिर निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले सूचना मिली थी कि सीएम यहां पहुंचने के बाद वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे और भगवान हनुमान के दर्शन करेंगे। इसके बाद वह रामलला के दर्शन करेंगे और फिर राम मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करेंगे। प्राचीन हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी रमेश दास ने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली है कि वह हनुमानजी के दर्शन के लिए मंदिर आएंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी गणमान्य व्यक्ति शहर में आने के बाद सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाता है। मान्यता है कि अयोध्या में जाने से पहले हनुमागढ़ी में हनुमान जी के दर्शन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के लिए 30 दिसंबर को इस मंदिर नगरी का दौरा करेंगे। अधिकारियों ने पहले बताया था कि वह एक रैली को भी संबोधित करेंगे। राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा। प्रधानमंत्री मोदी भी इसमें शामिल होंगे। बिरला धर्मशाला के सामने रामजन्मभूमि मंदिर स्थल के लिए एक औपचारिक प्रवेश द्वार बनाया गया है, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रवेश द्वार हनुमानगढ़ी मंदिर के पास स्थित है और आगामी मंदिर के स्थल की ओर जाता है।
वहीं,राम जन्मभूमि ट्रस्ट की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक आज से शुरू हो रही है। मीटिंग में रामलला की मूर्ति पर फैसला हो सकता है। बताया जा रहा है कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के ऑफिस में पदाधिकारियों की गुरुवार और शुक्रवार को होगी। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा बुधवार रात अयोध्या पहुंच चुके हैं। बैठक में 22 जनवरी को मंदिर के उद्घाटन की तैयारी पर विस्तार से चर्चा होगी। बैठक में तय हो सकता है कि रामलला की कौन सी मूर्ति गर्भ गृह में लगाई जाएगी।
जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में राम पथ और अन्य प्रमुख सड़कों पर स्थित दुकानों के शटरों को हिंदू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया है। इन कलाकृतियों में मंदिर की आकृति के साथ जय श्री राम के नारे और स्वास्तिक चिन्ह शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 22 जनवरी को होने वाले ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए शहर को सजाने के प्रयासों के तहत स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्य को अंजाम दिया है। सहादतगंज और नया घाट को जोड़ने वाली 13 किलोमीटर लंबी सड़क को पुनर्विकास के बाद नया नाम रामपथ दिया गया है। इसके दोनों और बड़ी संख्या में स्थित दुकानों को संवारा गया है।
बिड़ला धर्मशाला से नया घाट तक का क्षेत्र फिलहाल ‘जय श्री राम’, भगवान राम, राम दरबार की तस्वीरों और आगामी राम मंदिर की कलात्मक प्रस्तुति वाले भगवा झंडे बेचने वाले विक्रेताओं से भरा हुआ है। इस मार्ग पर कई विक्रेता भगवान राम की फ़्रेमयुक्त तस्वीरें और राम मंदिर की प्रतिकृतियां भी बेच रहे हैं। पिछले दो वर्षों में अयोध्या में किए गए पुनर्विकास के तहत इस सड़क को दोनों तरफ से चौड़ा किया गया है और इसके लिए सामने की ओर से कई संरचनाओं को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया। इस खंड पर कई पुरानी इमारतें भी स्थित हैं, जिन्हें बाहर से मरम्मत कर सजाया गया है।