गरीब व असहाय की मदद करने से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं हैं संसार में सबसे श्रेष्ठ प्राणी मानव ही दुखी होगा, तो इससे बुरी बात क्या हो सकती है। हर सामर्थ्य व्यक्ति को गरीब व असहाय की मदद के लिए आगे आना चाहिए इस प्रकार के कार्यों से व्यक्ति को खुशी मिलती हैं। साथ में पुण्य मिलता है उन्होंने कहा कि गरीब और असहाय व्यक्ति से बढ़कर कोई पुण्य कार्य नहीं है व्यक्ति से जितना हो सके गरीब व असहाय की मदद करनी चाहिए गरीबी एक अभिशाप नहीं है गरीब लोगों के मन में वही है, जो हम सबके है ऐसे लोगों की थोड़ी सहायता करने से भी उन्होंने भी खुशी होती है
श्री सिंह ने बताया कि सरकार के तरफ से गरीब लोगों के लिए सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाने के लिए लकड़ी और गर्म कपड़े बांटे जा रहे है ऐसे ही पूरे सर्दी के सीजन तक गरीब और असहाय लोगों की मदद की जाएगी ।
हमें उन लोगों की देखभाल करनी चाहिए जो बीमार हों, अशक्त हों या तकलीफ में हों। यदि हमें कोई ऐसा व्यक्ति दिखाई दे तो हमें हर संभव मदद करना चाहिए दान देना अच्छी बात है, लेकिन उन लोगों को दान देना भी महत्वपूर्ण है जो हमें सड़कों पर भीख मांगते हुए जब कोई बेघर भिखारी हमें गंदा और भद्दा दिखाई देता है, और हम उसकी ओर देखना भी नहीं चाहते हैं, तब भी हमें मुस्कराते हुए उसे सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए हमें अपनी झिझक को छोड़कर मदद के लिए आगे आना चाहिए ।