यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तीखा हमला किया। अखिलेश यादव ने यूपी की स्वास्थ सेवाओं, सड़क पर गड्ढों और एक्सप्रेसवे के लिए अनुपूरक बजट में प्रावधान करने पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को लेकर कहा कि मुख्ममंत्री को अपना जिला जोड़ना था लेकिन अभी तक नहीं जुड़ पाया है। लंबे समय से काम चल रहा है। 90 किलोमीटर सड़क 6 हजार करोड़ में बन रही है। यही लिंक कहीं और से लिंक किया जाता तो गोरखपुर तो जुड़ता ही कई और जिले भी जुड़ जाते। अखिलेश ने कहा कि अभी एमबीबीएस डॉक्टर बन रहे थे, अगर इंजीनियर बन जाते तो गोरखपुर जुड़ जाता और कई अन्य जिले भी जुड़ जाते और अभी भी रोड कंपलीट नहीं है। इससे पहले सत्र के दूसरे दिन जब सीएम योगी ने डेंगू को लेकर कई बातें कही तो अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा था कि लगता है मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की डिग्री हासिल कर ली है।
अखिलेश ने कहा कि कोई शहर नहीं है जहां जाम न हो। ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल है। कहा कि यह लोग सांड़ नहीं नंदी कहते हैं। फिर नंदी का संरक्षण क्यों नहीं कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा सड़कों पर सांड़ दिखते हैं। गौशाला में क्या दुर्दशा है। बजट में केवल 250 करोड़ रखा गया है। इससे कुछ नहीं होना है। अगर ईमानदार हैं तो नंदी की सेवा में केवल 250 करोड़ में हो जाएगी।
कहा कि हर चौराहा, हर डिवाइडर, हर सड़क पर यह दिखाई देते हैं। तहसीलदार की जिम्मेदारी होती है इनके लिए चारा उपलब्ध कराने की। हरदोई में तो दो सांड़ तहलीदार को खोजते हुए तहसील की छत पर चढ़ गए। एक तो चारा के लालच में उतर गया, दूसरा समझदार था नहीं उतरा, हाइड्रा से उतारना पड़ा। सांड़ सड़कों पर दौड़ रहे हैं और इनका चारा पानी अधिकारी लोग खा पी जा रहे हैं।