भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और अब सियासत के मैदान में उतरे खेसारी लाल यादव ने बिहार चुनावी माहौल में एक नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है। पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम वादा करते हैं कि 2 करोड़ नहीं तो 50 लाख रोजगार देंगे। कम से कम हम रोजगार की बात तो कर रहे हैं। एनडीए ने तो वादा करना भी छोड़ दिया है, उन्हें बस जंगलराज और धर्म की बातें करनी आती हैं।”
खेसारी ने कहा, “मैं आज भी मोदी जी की इज्जत करता हूं। वो कभी गलत नहीं रहे, लेकिन सवाल ये है कि उनका विजन बिहार तक क्यों नहीं पहुंचा? 15 साल से केंद्र में, 20 साल से बिहार में एनडीए की सरकार रही, फिर भी यहां के नौजवान बेरोज़गार हैं। हमें ट्रेनें दी गईं, फैक्ट्रियां क्यों नहीं? गुजरात को आपने स्वर्ग बना दिया, बिहार को उसका आधा भी बना दो तो हम आभारी रहेंगे।” उन्होंने कहा, “जब आपके ही नेता कहते हैं कि बिहार में जंगलराज है, तो कौन फैक्ट्री लगाएगा? अगर 20 साल से सत्ता में रहकर भी जंगलराज खत्म नहीं हुआ, तो फिर बदलाव कहां है?”
अपने निर्वाचन क्षेत्र छपरा को लेकर खेसारी बोले, “जो भरोसा लोगों ने मुझ पर किया है, उसे मैं मेहनत से निभाऊंगा। हमारी कोशिश होगी कि यहां की शिक्षा व्यवस्था और अस्पताल दूसरे शहरों से बेहतर बनें।”
बीजेपी नेताओं से नजदीकी पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैंने मनोज तिवारी जी और बीजेपी दोनों के लिए प्रचार किया है। चुनाव पांच साल में आते हैं, मगर रिश्ते उम्रभर चलते हैं। मैं छोटा आदमी हूं, मगर इंसानियत बड़ी चीज है।”
जब उनसे पूछा गया कि बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने उन्हें ‘नचनिया’ कहा, तो खेसारी ने मुस्कराते हुए कहा, “जिसने मेहनत की है, उसके लिए हर शब्द की अहमियत होती है। वो मेरे बड़े भाई जैसे हैं, पर किसी का अपमान करना सही नहीं। राजनीति में शब्दों की मर्यादा होनी चाहिए, क्योंकि समाज सुनता है और सीखता है।”
