महानवमी सब तिथियों श्रेष्ठ है। भगवान्‌ श्रीकृष्ण ने पद्मपुराण में कहा है कि मां दुर्गा परमशक्ति सर्वव्यापिनी, भावगम्या, अनन्ता ओर आद्या आदि नामसे विश्वविख्यात है । उनका,काली, सर्वमंगल्या माया, कात्यायिनी, दुर्गा, चामुण्डा और शंकरप्रिया आदि अनेक नाम और रूपों से पूजन किया जाता है। आश्विन मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी, नवमी को जगन्माता भगवतीअम्बिका का पूजन करने से विजय प्राप्त हो जाती है । यह तिथि पुण्य, पवित्रता, धर्म ओर सुख को देनेवाली है। इस साल 1 अक्टूबर को नवमी तिथि है।आप भी इस दिन करें मां सिद्धिदात्री की पूजा और शेयर करें महानवमी के ये मैसेज

1.जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी ।
दुर्गां शिवा क्षमा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥-नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं

2.पग-पग मिले मां दुर्गा का मिले आशीर्वाद
ऐसी मेरी मां दुर्गा के नवरात्रे, सभी को देती खुशियां अपार

नवमी की आपको दिल से शुभकामनाएं

3.माता रानी के दरबार में मिट जाते हैं सभी दुख-दर्द

मां के दर पर आने वाले भक्त भरकर ले जाते हैं अपनी खाली झोलियां
4.सारा जहां है मां अंबे की शरण में, मां अंबे ही करती हैं अपने भक्तों का बेड़ा पार
मनमांगी मुरादें पाते हैं मां अंबे की शरण में, ऐसे मां भगवती दुर्गा को मेरा नमन
नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
5.लक्ष्मी का हाथ हो, मां दुर्गा का आशीर्वाद हो, काली माता की कृपा हो, सरस्वती का साथ, आपके जीवन में हमेशा प्रकाश ही प्रकाश हो

6.नव शक्ति, नव चेतना, नव उत्थान, नव भक्ति, नव आराधना,

नव कल्याण, नव ज्योत्सना, नव कल्पना, नव निर्माण।

7.काली, सर्वमंगल्या माया, कात्यायिनी, दुर्गा, चामुण्डा और शंकरप्रिया, मां अनेक रूपों में मेरी रक्षा करो, रक्षा करो-

8.मां सिद्धिदात्री करें मन की हर मुराद पूरी, महिषासुरमर्दिनी करें दुष्यों का संहार
मेरा भी लगा जाओ बेड़ा पार

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