बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच के उस हिस्से को अपनी X पोस्ट में साझा किया है जिसमें वह जालियावाला बाग और इस घटना में शहीद हुए देशवासियों की बात कर रहे थे। अक्षय कुमार ने अपनी पोस्ट में लिखा, “महान चेत्तूर शंकरन नायर जी और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को याद करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद।” अक्षय कुमार ने अपनी पोस्ट में पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया और खासतौर पर नई पीढ़ी को संबोधित किया कि उन्हें इस आजादी को हल्के में नहीं लेना चाहिए जो हमें विरासत में मिली है।

अक्षय कुमार ने की नई पीढ़ी से अपील

अक्षय कुमार ने अपनी पोस्ट में लिखा, “यह जरूरी है कि एक राष्ट्र के तौर पर हम, खासतौर पर हमारी युवा पीढ़ी उन महान महिलाओं और पुरुषों को इज्जत दें जिन्होंने यह पक्का करने के लिए बहादुरी से जंग लड़ी कि हम एक आजाद देश में सांस ले सकें। हमारी फिल्म ‘केसरी चैप्टर-2’, सभी को यह याद दिलाने की एक विनम्र कोशिश है कि हमें अपनी आजादी की लड़ाई को हल्के में नहीं लेना चाहिए।” बता दें कि अक्षय कुमार इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म केसरी-2 को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म का फर्स्ट पार्ट सुपरहिट रहा था और अब दूसरे पार्ट का दर्शकों को इंतजार है।

पीएम ने किया शंकरन नायर को याद

बात करें पीएम मोदी के भाषण की तो उन्होंने अपनी स्पीच में कहा, “कल देश ने बैसाखी का पर्व मनाया। कल ही जालियावाला बाग हत्याकांड के 106 वर्ष पूरे हुए हैं। इस हत्याकांड में अपनी जान गंवाने वालों की स्मृतियां आज भी हमारे साथ हैं। जालियावाला में शहीद हुए देशभक्तों, और अंग्रेजों की क्रूरता के अलावा एक और पहलू है, जिसे पूरी तरह अंधेरे में डाल दिया गया। यह पहलू मानवता के साथ, देश के साथ खड़े होने के बुलंद जज्बे का है। इस जज्बे का नाम शंकरन नायर था। आपने यह नाम नहीं सुना होगा, लेकिन आजकल इनकी बहुत चर्चा हो रही है। शंकरन नायर जी एक प्रसिद्ध वकील थे।”

अंग्रेजी सरकार के पद को लात मार दी

पीएम मोदी ने अपनी स्पीच में कहा, “वो उस जमाने में, 100 साल पहले, अंग्रेजी सरकार में बहुत बड़े पद पर विराजमान थे। वो सत्ता के साथ रहने का सुख, चैन, मौज सब कमा सकते थे। लेकिन उन्होंने विदेशी शासन की क्रूरता के विरुद्ध, जालियावाला की घटना से व्यथित होकर मैदान में उतरने का फैसला किया। उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आवाज उठाई। उस पद को लात मारकर छोड़ दिया। केरल के थे, घटना पंजाब में घटी थी। उन्होंने जालियावाला बाग हत्याकांड केस, खुद ने लड़ने का फैसला किया। वो अपने दम पर लड़े और अंग्रेजी साम्राज्य को हिलाकर रख दिया।”

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *