नगर और देहात क्षेत्रों में गोवर्धन पर्व शनिवार को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। नगर में इस मौके पर शोभायात्रा भी निकाली गई। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। शोभायात्रा में शामिल कई झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। 

खुर्जा नगर और देहात इलाकों के अलावा जगह-जगह गाय के गोबर से गोवर्धन निर्मित किया गया। इसके अलावा नगर के रानीवाला चौक स्थित गोवर्धन मंदिर पर 31 फुट का गोवर्धन बनाया गया। उसके बाद उसकी विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। जिसके बाद श्रीगोवर्धन मंदिर समिति के तत्वावधान में मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। 

यह शोभायात्रा गोवर्धन मंदिर से शुरू होकर सब्जी मंडी, सुभाष रोड, महेश चौक, तेल वाली गली, पुराना बाजार, मोहल्ला राधाकृष्ण होते हुए मंदिर पर ही आकर संपन्न हुई। शोभायात्रा में भगवान श्रीगणेश, कृष्णा-सुदामा, सीता-हरण, भगवान गोवर्धन महाराज आदि समेत कई झांकियां आकर्षण का केंद्र रही।

यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स भी तैनात रहा। शोभायात्रा का नगर में कई स्थानों पर पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान प्रसाद के रूप में अन्नकूट का वितरण किया गया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष राकेश वर्मा, सचिव शेखर वर्मा, राजीव वार्ष्णेय, कृष्ण गोपाल सर्राफ, विकास वर्मा, राम दिवाकर, अनिल वर्मा, ओमप्रकाश सोनी, नवीन गर्ग सहित अनेक लोग मौजूद रहे। उधर मंदिर मार्ग अस्पताल रोड सहित अन्य स्थानों पर भी समाजसेवियों द्वारा अन्नकूट वितरण का आयोजन किया गया। 

गोवर्धन की पूजा कर अनेक स्थानों पर अन्नकूट का प्रसाद वितरित

अनूपशहर : गोवर्धन पूजा पर नगर व क्षेत्र के मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि की कामना की। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने अन्नकूट भंडारे का आयोजन किया। शनिवार को छोटी काशी व क्षेत्र में श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर बांके बिहारी की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। 

राधा-कृष्ण जी की पोशाक व अदभुद श्रृंगार किया गया। पूजा करने के लिए दोपहर देर तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। नगर के श्री बांके बिहारी मंदिर के पुजारी विष्णु दत्त शर्मा ने अन्नकूट से बांके बिहारी को भोग लगाने के उपरांत प्रसाद वितरण किया। इस मौके पर नगर के प्राचीन काली मठ, बाल हनुमान मंदिर, टाउन बिजली घर, शिव चौक, श्री अग्रसेन भवन, हनुमान मंदिर, गणेश मंदिर, बराई माता मंदिर, नर्वदेश्वर मंदिर आदि में भंडारे का आयोजन किया गया। 

देर शाम तक प्रसाद लेने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। अन्नकूट का प्रसाद विभिन्न प्रकार की सब्जियों को मिलाकर बनाया जाता है। इस प्रसाद का स्वाद अत्यंत अच्छा होने के कारण अधिकांश लोग लाइन में लिखकर ग्रहण करते हैं।

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