रामानंद सागर की ‘रामायण’ से आज भी लोगों की आस्था ठीक वैसी ही जुड़ी है जैसे कई सालों पर थी। ये शो भारत में पहली बार साल 1987 में प्रसारित किया गया था, को आज भी कई रामायण-आधारित शो और फिल्मों के लिए बेंचमार्क माना जाता है। इस शो में भगवान श्री राम का किरदार निभाकर अरुण गोविल ने घर-घर में अपनी एक खास जगह बनाई है। अरुण को देखते ही लोग आज भी उनके पैर छूने लगते हैं। रामानंद सागर की ‘रामायण’ एक बड़ी हिट थी। ऐसे में अब रामानंद सागर के पोते अमृत सागर ने ‘आदिपुरुष’ और रणबीर कपूर की ‘रामायण’ को लेकर अपनी बात रखी है।
पता नहीं था ये इतना प्रभावशाली शो बन रहा है
रामानंद सागर के पोते अमृत सागर ने हाल ही में indianexpress.com के साथ बातचीत में ‘रामायण’ से जुड़ी कई सारी यादें शेयर कीं। साथ ही आजकल बनने वाली ‘रामायण’ को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। अमृत सागर ने कहा, ‘जब रामायण की शूटिंग हो रही थी, तब वह 13 साल के थे और उन्होंने अपना ज्यादातर समय सेट पर बिताया। हालांकि उन्हें उस समय इस बात का अहसास नहीं था कि यह इतना प्रभावशाली शो बन रहा है, वो बस सेट पर आराम से हनुमान की गदा से खेलते रहते थे।’
ये एक कहानी नहीं है
उन्होंने आगे कहा, ‘हर किसी को यह समझना चाहिए कि यदि वे रामायण बना रहे हैं, तो उन्हें कहानी का पूरी तरह से पालन करना होगा। क्योंकि यह एक कहानी नहीं है, यह लोगों के जीवन का एक हिस्सा है। हम ये भूल जाते हैं कि भारत में एक बड़ा वर्ग है जहां आज भी रामायण को पढ़ा जाता है। वो लोग इस पाठ के एक-एक शब्दों का अर्थ जानते हैं। इसलिए हमारे लिए किसी ऐसी चीज को बदलने की कोशिश करना जो सदियों पहले लिखी गई हो और जिसे ग्रंथ के रूप में स्वीकार किया गया हो… यह बाइबल को बदलने की कोशिश करने जैसा है। यह अपवित्रता है। आप इस तरह की चीजें नहीं करते। उसे उसी तरह से पेश करें जैसा वो है। ऐसा करके आप कई सारे लोगों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकते, यह गलत है।’
रणबीर कपूर की रामायण को लेकर बोले अमृत
इसके बाद अमृत सागर से जब नितेश तिवारी की रामायण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘रामायण बनाने का अधिकार सभी को है, लेकिन उन्हें ईमानदारी से ऐसा करना चाहिए। मुझे लगता है कि रामायण को हर किसी को बनाना चाहिए। रामायण पर किसी का कॉपीराइट नहीं है। मेरा बस यही कहना है कि इसे ईमानदारी से करो। रामायण को इस तरह बनाने की कोशिश मत करो कि ‘अब मैं रामायण को इस व्यक्ति के नजरिए से बनाऊंगा, या उस व्यक्ति के नजरिए से। रामायण एक ऐसी चीज है जो किसी और के नजरिए से नहीं बनाई जा सकती। यह राम की कहानी है, इसलिए इसका नाम रामायण रखा गया है।’
अमृत सागर ने करी आदिपुरुष की आलोचना
अमृत ने आगे कहा, ‘रामायण के रीमेक बनाने के कुछ प्रयास किए गए हैं। हाल ही में निर्देशक ओम राउत ने आदिपुरुष के साथ एक्सपेरिमेंट किया था, जो पिछले साल रिलीज हुई थी। प्रभास स्टारर इस फिल्म की खूब आलोचना हुई। इसके डायलॉग और फिल्म के सीन्स को लेकर फिल्म को खूब ट्रोल किया गया। यही वजह थी कि रिलीज के बाद ही ये फिल्म फ्लॉप हुई।’