झांसी! जिला कृषि रक्षा अधिकारी/जिला कृषि अधिकारी श्री के0के0सिंह ने जनपद के समस्त किसानों को मक्का,बाजरा,धान,गेहूं तथा गन्ना आदि फसलों को हानी पहुँचाने वाले फाॅल आर्मी वर्म की पहचान एवं प्रबंधन हेतु एडवाइजरी जारी की जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्री के0के0सिंह ने जनपद के समस्त किसानों को फॉल आर्मी वर्म की जानकारी देते हुए बताया कि यह कीट बहुभोजीय तथा मक्का,बाजरा, धान,गेहूं तथा गन्ना सहित अन्य फसलों को हानि पहुंचा सकता है। उन्होंने किसानो को बताया की अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए जो महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी जा रही हैं, उसे आत्मसात करते हुए उसका नियम से पालन सुनिश्चित करें ताकि फसल को सुरक्षित रखा जा सके जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि यह एक बहुभोजीय कीट है,जिसके कारण अन्य फसलों जैसे-मक्का, बाजरा, धान, गेहूँ, तथा गन्ना आदि फसलों को हानि पहुँचा सकता है इसके अतिरिक्त देर से बुवाई एवं संकर किस्में इस कीट के प्रकोप हेतु संवेदनशील है। उन्होंने किसानों को फॉल आर्मी वर्म की पहचान एवं लक्षण बताते हुए कहा कि -इस कीट की मादा ज्यादातर पत्तियों के निचलें सतह पर अण्डे देती है, कभी-कभी पत्तियों की ऊपरी सतह एवं तनों पर भी अण्डे देती है इसकी मादा एक से ज्यादा पर्त मे अण्डे देकर सफेद झाग से ढक देती है। इसके अण्डे धूसर से हरे व भूरे रंग के होते है। फाल आर्मी वर्म का लार्वा भूरा, धूसर रंग का होता है। जिसके शरीर के साथ अलग से ट्यूबरकल दिखता है इस कीट के लार्वा अवस्था में पीठ के नीचे तीन पतली सफेद धारिया और सिर पर एक अलग सफेद उल्टा अंग्रेजी शब्द का वाई (Y) दिखता है। इसके शरीर के दूसरे अन्तिम खण्ड पर वर्गाकार चार बिन्दु दिखाई देते है तथा अन्य खण्ड पर चार छोटे-छोटे बिन्दु समलम्ब आकार में व्यवस्थित होते है।