मध्य प्रदेशः
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा 13 मढी द्वारा गुरूवार 21 मार्च को ब्रहमलीन महंत मूल गिरि महाराज के षोडशी भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे का आयोजन खिरिया घाट लक्ष्मी नारायण मंदिर शाखा काशी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा बडा हनुमान घाट वाराणसी पर जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि के निर्देशानुसार श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की अध्यक्षता में हुआ। महंत शंकर गिरि को मंदिर का नया महंत बनाया गया। भंडारे में देश भर से आए संतों व हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि महंत मूल गिरि महाराज सिद्ध संत थे और उन्होंने 111 वर्ष की उम्र में अपना शरीर पूरा किया। धर्म व आध्यात्म के क्षेत्र में उन्होने जो कार्य किए और जिस प्रकार लोगों को सही मार्ग दिखाया, उसके चलते वे अपने शिष्यों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे और उनका मार्गदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने हिंदू धर्म को मजबूत करने के लिए जो कार्य किए, वे सभी को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। महंत मूल गिरि महाराज की समाधि के पूजन के बाद चादर विधि हुई और श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता में करई, बांसगढ, छितरी व डाबर अली गांववासियों की सहमति से शंकर गिरि को मंदिर का नया महंत नियुक्त किया गया।

महामंडलेश्वर अनिरूद्ध वन महाराज, स्वामी मुकेशानंद गिरि महाराज, महंत आनंदेश्वरानंद गिरि महाराज दिल्ली, महंत गिरिशानंद गिरि प्राचीन देवी मंदिर दिल्ली गेट गाजियाबाद, महंत अतुल गिरि पंजाब, सभापति श्रीमहंत पूनम गिरि, श्रीमहंत प्रयाग भारती, श्रीमहंत कैलाश पुरी, श्रीमहंत शिवेश गिरि, श्रीमहंत जय विजय भारती, थानापति श्रीमहंत मंगल गिरि, श्रीमहंत रघुवीर पुरी, श्रीमहंत थानापति केशव पुरी, अष्ट कौशल महंत विजय पुरी, श्रीमहंत ऋषि पुरी, श्रीमहंत हरिहर पुरी, रघुनाथ वन, हर नारायण गिरि, शिव गिरि, ललितानंद गिरि, हरविलास बाबा, शंभू गिरि, रामेश्वर दास, चरण मंदिर वाले बाबा, सुंदर गिरि, दर्शन गिरि, संचय गिरि, महंत थानापति शिवराज पुरी, महंत थानापति रामचंद्र पुरी, रामेश्वरम गिरि, महंत विजयराम दास, गिरवर पुरी, सहदेव पुरी, मुरारी भारती, सतानंद गिरि, श्रीमहंत रामगिरि मंडल, उदय गिरि, थानापति विनोद गिरि, लालदास, हरवंश गिरि, राधे पुरी, रामस्वादारा गिरि मुन्नीलाल पांडे कानूनी सलाहकार श्री पंचनाम जूना अखाड़ा आदि संत भी मौजूद रहे। षोडशी भंडारे में केशर सिंह, संजय सिंह, देवेंद्र, साहिब सिंह, पं. द्वारिका प्रसाद, जनक सिंह, दयाचंद्र शिवहरि, मन्नू पाल, प्रकाश शिवहरे, जगदीश चंद्र पांडा, जगदीश सरपंच, माखन सिंह, अनार सिंह, राजेश सिंह, चंद्रभान सिंह सरपंच, प्रमोद मिश्रा, लाखन सिंह रावत, महेंद्र सिंह, रघुबीर सिंह, बिरराम सिंह रावत, करन सिंह रावत, शिवलाल कुशवाहा, रामदास कुशवाह, ओतम सिंह रावत, मुरारी सरपंच, माता चरण आदि ने सहयोग दिया।

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