लईक सैफी ,टाण्डा

परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को मिलने वाले मिड-डे मील का सोशल ऑडिट कराया जा रहा है।ऑडिट को स्कूल पहुंच रही टीम द्वारा अभिभावकों को बुलाकर एमडीएम योजना का फीड बैक लिया जा रहा है।

गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठ के बच्चों के लिए दोपहर में मिड-डे मील के तहत भोजन दिया जाता है। मिड-डे मील की जमीनी हकीकत को जानने के लिए शासन द्वारा सोशल ऑडिट कराये जाने का निर्णय लिया गया है।ब्लॉक के एआरपी सुभाषचंद्र ने बताया कि ऑडिट टीम द्वारा सत्र 2022-23 से संबंधित परिवर्तन लागत, मिड-डे-मील मद में विद्यालय को कितनी धनराशि प्राप्त हुई कितनी खर्च हुई,कितना खाद्यान्न गेहूँ व चावल प्राप्त हुआ, कितना गेहूँ चावल व्यय हुआ और कितना धन बचा तथा कितना व्यय हुआ,रसोइया मानदेय कब से कब तक प्राप्त हुआ, मिर्च मसाले, अनाजा भंडारण हेतु पर्याप्त बर्तन हैं या नहीं। बच्चों को खाने के लिए बर्तन हैं या नही हैं,किचन गार्डन है या नही, मिडडेमील शैड बना है या नही,पेयजल शौचालय आदि व्यवस्था सही है या नहीं आदि बिंदुओं पर फीड बैक लिया जा रहा है।ब्लॉक भगतपुर-टाण्डा के दस विद्यालयों को सोशल ऑडिट के लिए चिन्हित किया गया है।जिनमें संविलियन विद्यालय देवीपुरा, प्राथमिक विद्यालय दौलपुरी बमनिया, संविलियन विद्यालय रोशनपुर बहेड़ी, प्राथमिक विद्यालय लखनपुर लाड़पुर,प्राथमिक विद्यालय सेलाथान,प्राथमिक विद्यालय नकटपुरी कलां,उच्च प्राथमिक विद्यालय रानीनांगल व उच्च प्राथमिक विद्यालय बेरखेडा मझरा का ऑडिट टीम द्वारा किया जा चुका है।

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