दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जेल से महिला पहलवानों के समर्थन में प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक मतभेद अलग हो सकते हैं, लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली इन बेटियों को न्याय दीजिए।
अगर इन बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा तो फिर देश में कोई शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं कर सकेगा।’ सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि अखबार में प्रकाशित हो रही खबरों से पता चल रहा है कि देश का गौरव बढ़ाने वाली बेटियां न्याय के लिए धरने पर बैठी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि महिला पहलवान न्याय की गुहार लगा रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, क्योंकि आरोपी बाहुबली सांसद भाजपा से जुड़ा है। इन खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाए और देश का गौरव बढ़ाया। उस वक्त प्रधानमंत्री ने भी इन्हें परिवार का सदस्य बताया था। अब उनकी जिम्मेदारी बनती है कि परिवार की बेटियों के साथ न्याय हो। दो पेज की चिट्ठी में पूर्व उपमुख्यमंत्री ने लिखा है कि इन प्रतिभाशाली बेटियों की वजह से विदेशों की धरती पर हमारा तिरंगा सबसे ऊपर लहराया गया। विदेशी सरजमीं पर हमारा राष्ट्रगान गुंजायमान हुआ।
मंत्रियों को झूठे केस में फंसाने की बात भी कही
खिलाड़ियों के बहाने सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के कामकाज को रोके जाने, मंत्रियों को झूठे केस में फंसाकर जेल में डाले जाने का आरोप भी केंद्र सरकार के ऊपर लगाया है। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को महिला पहलवानों को त्वरित न्याय दिलाना चाहिए।