“माँ नंदा देवी सेवा सम्मान” से अलंकृत हुआ सुभारती परिवार, राष्ट्रनिर्माण में सुभारती के योगदान की सर्वत्र सराहना

झाझरा स्थित वनवासी गुरुकुल, ITITI दून संस्कृति स्कूल में आयोजित संस्कृति जागरण पर्व के अवसर पर आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना से ओतप्रोत भव्य कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में श्री नंदा राज जात पूर्व पीठिका समिति उत्तराखंड के तत्वावधान में देश की सांस्कृतिक विरासत, जनजातीय गौरव, राष्ट्र सेवा और “पंच परिवर्तन” जैसे राष्ट्रीय संकल्पों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।

इस गरिमामय आयोजन में श्री आलोक कुमार जी, अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष—विश्व हिंदू परिषद का मुख्य उद्बोधन रहा। परम पूज्य श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष—राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृति संरक्षण और राष्ट्रधर्म के महत्व पर विशेष प्रकाश डाला। मुख्य संरक्षक श्री सहदेव पुंडीर, माननीय विधायक, सहसपुर, ने उत्साहवर्धक संबोधन दिया। विशेष़ अतिथि के रूप में सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ हिमांशु ऐरन, सुप्रसिद्ध कलाकार पद्मश्री बसंती बिष्ट, श्री अजय संयुक्त सचिव विश्व हिंदू परिषद, श्री मरतोलिया पूर्व महानिदेशक पुलिस उत्तराखंड एवं देशभर से संत समाज, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद एवं विशिष्ट अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान देश के अमर शहीदों—दर्बान सिंह नेगी, गबर सिंह नेगी, जसवंत सिंह रावत, धन सिंह थापा, मेजर विभूति ढौंडियाल और मेजर चित्रेश बिष्ट—का विशेष स्मरण किया गया, जिनकी अदम्य वीरता और राष्ट्रनिष्ठा उत्तराखंड की गौरवशाली पहचान है।

इस पावन अवसर पर सुभारती शिक्षा समूह के दृढ़ राष्ट्रीय चरित्र और शिक्षा–सेवा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट एवं अनुकरणीय योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया गया। संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अतुल कृष्ण के दूरदर्शी नेतृत्व, राष्ट्रशक्ति के प्रति समर्पण और शिक्षा व चिकित्सा क्षेत्र में सतत सेवाभाव ने सुभारती को देशभर में एक सशक्त एवं आदर्श संस्थान के रूप में स्थापित किया है। कार्यक्रम में उपस्थित संतों, अतिथियों और समिति द्वारा सुभारती परिवार के इन कार्यों को “अतुलनीय, अद्वितीय और राष्ट्रहित में अत्यंत प्रेरणादायक” बताया गया।


सुभारती के इसी अविस्मरणीय योगदान, राष्ट्रीय भावना और निरंतर सेवाभाव को देखते हुए सुभारती परिवार को इस वर्ष के “माँ नंदा देवी सेवा सम्मान” से अलंकृत किया गया। सुभारती की ओर से यह सम्मान रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. हिमांशु ऐरन ने ग्रहण किया।
सम्मान ग्रहण करते हुए प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन ने कहा—


“यह सम्मान केवल सुभारती परिवार का नहीं, बल्कि उन राष्ट्रनायकों और संतों की परंपरा का आशीर्वाद है जिन्होंने सेवा, शिक्षा और संस्कार को जीवन का पथ बताया। हमारे संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अतुल कृष्ण जी की राष्ट्रभावना, दूरदर्शिता और सेवाधर्म सुभारती की पहचान है। उनके मार्गदर्शन में सुभारती शिक्षा एवं चिकित्सा संस्थान सदैव देश, समाज और मानवता की सेवा के लिए समर्पित रहे हैं और भविष्य में भी इसी प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य करते रहेंगे।”

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रसेवा, सांस्कृतिक जागरण और समाजहित को सर्वोपरि रखने की सामूहिक प्रेरणा के साथ हुआ।

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