बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद के बाद सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया। सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्ष पर हमला बोला। जब मुख्यमंत्री भाषण दे रहे थे, तो इस दौरान विपक्ष का हंगामा लगातार जारी था। कई बार स्पीकर ने उन्हें शांत रहने को भी कहा। भाषण के दौरान जब विपक्ष के नेता एक-एक करके सदन से वॉकआउट करने लगे तब नीतीश कुमार तंज कसते हुए कहा कि अगले चुनाव में इन लोगों को कुछ नहीं मिलने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग इसलिए भाग गए, क्योंकि इन लोगों को कुछ समझ में आ रहा है। पहले कितना बुरा हाल था, अब जब बता रहे हैं, तो ये व्यवहार कर रहे हैं। अब अगला चुनाव होगा तो, इन लोगों को कुछ नहीं मिलेगा। हम लोगो मिलकर इतना अच्छा काम कर रहे हैं, कि जनता खुद सोचेगी कि कौन अच्छा काम कर रहा है। हम लोग एक ही साथ रहेंगे। सीएम नीतीश ने कहा कि जब हम लोग आए थे उसे समय स्थिति क्या थी? शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। कुछ पता है? समाज में कितना विवाद होता था। हिंदू मुस्लिम का झगड़ा कितना होता था। मुसलमान को कुछ होता था उसको बचाने का कोई उपाय करते थे? पढ़ाई का क्या हाल था?
सीएम ने कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई गई। पहले क्या स्थिति थी कोई घर से नहीं निकलता था। अब देखिए 10 बजे, 11 बजे रात में सब घूमता है। हम लोगों ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया। दो लाख 74 हजार शिक्षकों की बहाली की। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया। पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी। पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पताल में दवाई की व्यवस्था करवाई। अब देखिए अस्पतालों में औसतन 11 हजार लोग आए। पहले छह मेडिकल कॉलेज था। हमने आया तो नए नए मेडिकल कॉलेज बनवाएं।