न जाने हम सभी ने कितनी बार इडली खाई होगी। साउथ इंडियन फूड इडली को कभी भी आदमी खा सकता है, फिर चाहे उसे ज्यादा भूख लगी हो या कम। इडली और डोसा तो साउथ इंडिया में ब्रेकफास्ट का काफी अच्छा खाना माना जाता है, लेकिन अब इडली को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि कुछ रेस्त्रां और सेलर्स द्वारा तैयार की गई इडली को खाने से कैंसर भी हो सकता है। इससे न सिर्फ बेंगलुरु के लोग, बल्कि देशभर की जनता सतर्क हो गई है।
न्यूज-18 की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में हेल्थ डिपार्टमेंट ने एक जांच की है, जिसमें यह पता चला है कि कुछ होटल्स, स्ट्रीट वेंडर्स की बनाई गई इडली कितनी जानलेवा है। इसमें स्ट्रीट वेंडर्स और होटल्स के यहां से सैंपल्स लिए गए थे। इसके बाद जांच और लैब में टेस्टिंग करने के बाद पता चला है कि कई सैंपल्स में कैंसरकारी रसायन पाए गए हैं।
अधिकारियों ने होटलों और सड़क किनारे की दुकानों से करीब 500 सैंपल्स इकट्ठे किए। प्रयोगशाला जांच में पता चला कि इनमें से 35 नमूनों में कैंसरकारी रसायन पाए गए, जो लोगों में कैंसर का कारण बन सकते हैं। अधिकारी अभी भी सैकड़ों अन्य सैंपल्स के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। जब इसकी वजह जानने के लिए अधिकारियों ने होटल्स और स्ट्रीट वेंडर्स के पास गए तो पता चला कि पहले इडली के घोल को सूती कपड़ों पर रखा जाता था, जिसे भाप में पकाने से पहले इडली ट्रे पर रखते हैं। लेकिन अब होटलों ने सूती कपड़े की जगह प्लास्टिक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि इसी वजह से गर्मी में ये प्लास्टिक ऐसे कैमिकल्स छोड़ते हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा बन जाता है। यह मामला सामने आने के बाद कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि सरकार खाना तैयार करने में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगाने के बारे में सोच रही है।