भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने योगी सरकार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अस्थायी राजधानी स्थापित करने की मांग की है। भाकियू संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों की रविवार को एक विशेष बैठक में तर्क दिया गया कि जब उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में दो राजधानी हैं, तो घनी आबादी वाले राज्य यूपी में दो राजधानी क्यों नहीं हो सकती। मोर्चा ने सरकार से मांग की कि भारत रत्न चौधरी चरणसिंह जयंती पर पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसी शहर को मुख्यमंत्री जनता दर्शन व अस्थाई राजधानी स्थापित करने की घोषणा की जाए।

बैठक में यह भी मांग की गई कि चौधरी चरणसिंह जयंती के अवसर पर गांवों को आत्मनर्भिर बनाने, ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि का गहन उपयोग करने, कुटीर उद्योगों की स्थापना, रोज़गारपरक शक्षिा, स्वास्थ्य, जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ आदर्श स्मार्ट विलेज बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार पहल करने की घोषणा की जाए।

अमरोहा जिले के औद्योगिक क्षेत्र गजरौला ब्लाक के गांव दरियापुर स्थित ‘किसान भवन’ में 23 दिसंबर को चौधरी चरणसिंह जयंती धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियों के सिलसिले में रविवार को एक विशेष बैठक का आयोजन भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में किया गया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि जहां एक ओर केंद्र सरकार द्वारा चौधरी चरणसिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा उनकी नीतियां आज़ तक लागू नहीं की गईं, जबकि वस्तुस्थिति यह है कि चौधरी साहब की नीतियां लागू किए बगैर ग्रामीण भारत की समस्याओं का समाधान संभव नहीं है।

नरेश चौधरी ने कहा कि प्रदेश के एक लाख से अधिक राजस्व ग्रामों में से किसी भी गांव की भूमि संबंधी समस्याओं का स्थाई समाधान सरकार नहीं करा पा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ अपने पहले कार्यकाल से दावा करते चले आ रहे हैं कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर सरकार चल रही है लेकिन सरकारी विभागों में काम कराने के लिए ग्रामीणों को आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है।यह सच्चाई किसी से छिपी नहीं है। भ्रष्टाचार ख़त्म करने का दावा करके सत्ता में आने वाले राजनीतिक दल इसे रोक नहीं पाए। बेलगाम नौकरशाही को देखकर ऐसा लगता है कि नौकरशाही ही सरकार को चला रही है।

बैठक में मांग की गई कि भारत रत्न चौधरी चरणसिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को हापुड़ जिले के गांव नूरपुर की मंढैया में हुआ था। अतः उनकी जयंती के मौके पर उनकी जन्मस्थली पर उनके गौरवशाली अतीत की राजनीतिक और सामाजिक संरचना से युक्त म्यूजियम व शोध संस्थान स्थापित कर उसे सामाजिक मेलजोल के रूप में देश की संरक्षित धरोहर घोषित किया जाए।

इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह की जयंती ” किसान शक्ति ” के रूप में धूमधाम से मनाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजयवीर सिंह, राष्ट्रीय सचिव अरुण सद्धिू, महिला मोर्चे की अध्यक्षा सीमा चौधरी, मंडलाध्यक्ष मयंक धारीवाल, युवा मोर्चे के अध्यक्ष रवि चौधरी आदि समेत तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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