पिछले महीने आए हरियाणा के नतीजे ने राष्ट्रीय राजनीति में फिर से उस विमर्श को तेज कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चुनावी रणनीति में सबकुछ मुमकिन है। झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चार दर्जन से ज्यादा रैलियां व बैठकें कर चुके शाह का मानना है कि भ्रम फैलाकर कुछ राजनीतिक दल क्षणिक लाभ तो पा सकते हैं ।

पिछले महीने आए हरियाणा के नतीजे ने राष्ट्रीय राजनीति में फिर से उस विमर्श को तेज कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चुनावी रणनीति में सबकुछ मुमकिन है। झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चार दर्जन से ज्यादा रैलियां व बैठकें कर चुके शाह का मानना है कि भ्रम फैलाकर कुछ राजनीतिक दल क्षणिक लाभ तो पा सकते हैं लेकिन विकास के लिए भाजपा की कटिबद्धता और विश्वसनीयता का तोड़ नहीं है। इसी विश्वसनीयता के कारण भाजपा गठबंधन इन दोनों राज्यों में भी बड़े बहुमत की सरकार बनाएगा।

शाह ने बताया कि किस तरह संविधान बचाने के फर्जी दावे को लेकर राहुल गांधी जनता के बीच एक्सपोज हो चुके हैं। कुछ महीनों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाले चुनाव में भी वह आम आदमी पार्टी सरकार का जाना तय मान रहे हैं। दैनिक जागरण के राजनीतिक संपादक आशुतोष झा, रांची के संपादकीय प्रभारी शशि शेखर व वरिष्ठ संवाददाता दिब्यांशु से अमित शाह ने वर्तमान चुनाव व देश की समस्याओं पर लंबी चर्चा की।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *