बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बार फिर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को खूनी झड़प में कम से कम 75 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 14 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे थे, जहां अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई। कुछ ही देर में बवाल इतना बढ़ गया कि आक्रोशित लोगों ने सड़क पर वाहनों में आग लगा दी। सरकार ने एक बार फिर राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू का ऐलान किया है। उधर, भारत ने भी बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों को अलर्ट पर रहने को कहा है। एडवाइजरी के साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

महीनों से हिंसा की आग में झुलस रहा बांग्लादेश अभी तक उबरा नहीं है। रविवार को अवामी लीग समर्थकों और पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी सड़कों पर शांति के साथ पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, तभी अवामी दल के समर्थक वहां आ धमके और दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। मरने वालों की संख्या कम से कम 75 तक पहुंच गई है।  रिपोर्ट में हालांकि, मृतकों की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है। प्रोथोम अलो अखबार ने अपनी खबर में कहा, ‘‘बांग्लादेश के 13 जिलों में झड़प हुई है।’’

भारतीयों को अलर्ट पर रहने की सलाह

बांग्लादेश में भारत के असिस्टेंट हाई कमीशन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सिलहट में स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे कार्यालय के संपर्क में रहें और सतर्क रहें। इमरजेंसी की स्थिति में कृपया +88-01313076402 पर संपर्क करें।”

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