उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तीरथ सिंह रावत का कहना है कि पार्टी के भीतर सभी से सलाह-मशविरा करके फैसले लिए जाने चाहिए और उन्हें थोपा नहीं जाना चाहिए, क्योंकि जो आज आगे है वह कल पीछे होगा। यह बात उन्होंने सोमवार को देहरादून में आयोजित पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में अपने भाषण के दौरान कही। हालांकि अपने भाषण में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
रावत ने मंच से कहा, ‘सबसे राय-मशवरा लेकर, बातचीत करके, थोपने का काम मत करना, अब तो जनता आगे बढ़ गई, हम पीछे हो गए हैं भैया, नेता तो बहुत पीछे हो गया है, जनता आगे बढ़ गई है। फिर उसके साथ-साथ कार्यकर्ता चल रहा है, मेहनत कर रहा है। इसलिए हमारे यहां कहते हैं ना नेता आधारित नहीं कार्यकर्ता आधारित, ये हम जो बैठे हैं, ये कोई नेता नहीं, बड़े आदमी नहीं हैं, दायित्व निभा रहे हैं।’
आगे रावत ने कहा, ‘आज तू है तो कल मैं हूं, आज मैं हूं तो कल तू है। कब पीछे वाला यहां बैठ जाए और यहां वाला पीछे बैठ जाए कोई नहीं जानता। जमीन मत छोड़ो, कार्यकर्ता को मत भूलो।’ हालांकि उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने यह नसीहत पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व और राज्य के नेतृत्व को दी।
तीरथ इतने पर ही नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, ‘मैं पुष्कर धामी जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, धन्यवाद करता हूं। जब वे मुख्यमंत्री बने थे, तो हम मिले थे। मैं इनका संघर्ष लखनऊ से जानता हूं, मैं MLC था तो ये लॉ कर रहे थे। मैं इनका संघर्ष जानता हूं। मैंने पुष्कर जी से कहा आप केवल छह-सात महीने के लिए नहीं आए हो, मैं उतरा तो आप आए हो। आपने तो मिथक तोड़कर दोबारा सरकार ले आए, लेकिन आप 5 साल नहीं तो 15 साल पूरे करो। हम उनमें से नहीं जो बना दिया तो बिगड़ जाए, उसके आगे-पीछे आगे-पीछे जाएं। आना होगा तो अपने आप आ जाओगे, ये भाग्य है, जो लेकर आए होगे वही मिलेगा। प्रारब्ध जो लिखा होगा उसको कोई मिटा नहीं सकता।’
