यूपी के हाथरस में भगदड़ की घटना के बाद स्वयंभू बाबा सूरजपाल उर्फ हरि नारायण साकार (भोले बाबा) बुधवार को कासगंज स्थित अपने आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने दो जुलाई को हुई भगदड़ की घटना को लेकर कहा कि जो आया है, उसे तो एक न एक दिन जाना ही है। होनी को कौन टाल सकता है। मालूम हो कि हाथरस के सिकंदराराऊ इलाके में दो जुलाई को ‘भोले बाबा’ का सत्संग था, जिसमें भगदड़ मच गई थी। इस घटना में 121 लोगों की जान चली गई, जबकि कई लोग घायल हो गए थे।
नारायण साकर हरि उर्फ ’भोले बाबा’ ने पीटीआई-भाषा से कहा, “2 जुलाई की घटना के बाद मैं दुखी और उदास हूं, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है उसे एक दिन तो जाना ही है। हमारे अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने हमें जहरीले स्प्रे के बारे में जो बताया है, उसके अनुसार यह सच है कि इसमें निश्चित रूप से कोई साजिश है। हमारे अनुयायियों को एसआईटी और न्यायिक आयोग पर पूरा भरोसा है कि वे सच्चाई सामने लाएंगे।”
इस दौरान भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने कासगंज में संवाददाताओं से कहा, ”वह (भोले बाबा) अपने आश्रम पहुंच गए हैं और यहीं रहेंगे। वह यहां आश्रम से ही आए हैं। वह कभी किसी के घर, होटल या किसी दूसरे देश में नहीं गए।” उन्होंने कहा कि कासगंज बाबा की जन्मस्थली है और वह आखिरी बार 2023 में एक दिन के लिए यहां आए थे और इससे पहले वे 2013 में यहां आए थे।
