Patna News बाढ़ की बढ़ती आशंका के बीच राहत-बचाव कार्यों के लिए सरकार को एक बार फिर अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता है। ऐसे में उन इंजीनियरों-अधिकारियों से निपटने की पूरी तैयारी है जो पिछले वर्षों का हिसाब-किताब देने से कतरा रहे। जल संसाधन विभाग के ऐसे 10 इंजीनियर हैं जो सरकार का लगभग 300 करोड़ रुपये वर्षों से दबाए बैठे हैं।
बाढ़ की बढ़ती आशंका के बीच राहत-बचाव कार्यों के लिए सरकार को एक बार फिर अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता है। ऐसे में उन इंजीनियरों-अधिकारियों से निपटने की पूरी तैयारी है, जो पिछले वर्षों का हिसाब-किताब देने से कतरा रहे।
300 करोड़ रुपये दबाए बैठे हैं बिहार सरकार के 10 इंजीनियर
जल संसाधन विभाग के ऐसे 10 इंजीनियर हैं, जो सरकार का लगभग 300 करोड़ रुपये वर्षों से दबाए बैठे हैं। बाढ़ प्रबंधन कार्यों के उद्देश्य से यह राशि अग्रिम में ली गई है, जिसका रोकड़-बही में मिलान नहीं हो रहा। कई बार के आग्रह के बाद कार्यपालक अभियंता ने उन इंजीनियरों को उपरोक्त राशि अविलंब जमा कराने की चेतावनी दी है।