झाँसी! नवसंवत्सर 2081 के प्रारम्भ में (अप्रैल माह 2024 ) मासिक साहित्यिक सरस गोष्ठी सम्पन्न हुई साहित्यिक गोष्ठी की अध्यक्षता साहित्य भूषण डॉ.प्रमोद अग्रवाल ,पूर्व आईएएस सेवा निवृत्त मुख्य सचिव द्वारा की गई मुख्य अतिथि डॉ.राम शंकर भारती ,विशिष्ट अतिथि श्रीमती ब्रजलता मिश्रा विधा वाचस्पति अरुण हिंगवासिया हरशरण शुक्ल एवं डॉ.सुखराम चतुर्वेदी एवं डॉ.धन्नू लाल गौतम रहे काव्य गोष्ठी का संयोजन डॉ.सुश्री नीति शास्त्री ने एवं संचालन डॉ.सुखराम चतुर्वेदी ने किया श्रीमती रमा शुक्ला के द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के पश्चात डा.रामशंकर भारती को प्रयागराज में हिंदुस्तान साहित्य एकेडमी द्वारा उनकी हिंदी सेवाओं के लिए “हिन्दुस्तानी एकेडमी सम्मान “2024 से सम्मानित किये जाने पर आज शास्त्री भवन झाँसी में भी संस्था द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया । इस अवसर पर उन्होंने ” गाँव भर की माई है नदी हर रोग की दवाई है नदी “पंक्तियाँ प्रस्तुत कीं तत्पश्चात गोष्ठी का शुभारंभ हुआ ।कविगण कैलाश नारायण मालवीय हरशरण शुक्ल गया प्रसाद वर्मा ‘मधुरेश डा.के.के.साहू राम बिहारी सोनी तुक्कड़ यतीश अकिंचन धर्मेंद्र कुमार सारांश शरद मिश्रा ,निहाल चन्द्र शिवहरे राम लखन सिंह परिहार , साकेत सुमन चतुर्वेदी काशीराम सैन ‘मधुप जी.पी.झा जीवन्त अरुण हिंगवासिया डॉ.रामशंकर भारती ,आरजू अग्रवाल ,श्रीमती ब्रजलता मिश्रा ,श्याम शरन नायक प्रताप नारायण दुबे ,अभिषेक बबेले , रवि कुशवाहा , संजय राष्ट्रवादी , तेजभान सिंह बुन्देला ,अब्दुल जब्बार शारिफ ,गोपाल बाबला ,उस्मान अश्क , शिव सिंह ,राहुल मिश्रा अताउल्लाह खाँ , वंशिका मिश्रा, अब्दुल रशीद,अयान आदि ने अपनी रचनायें प्रस्तुत कीं इस अवसर पर डॉ. भावेश शास्त्री, कुमारी कोनिका,श्री रघुवीर शरण गौर, सुभाष चंद्र, दीपक यादव, शिल्पा गुप्ता मनीष गुप्ता आदि अनेक श्रोतागण उपस्थित रहे|आभार डा.सुश्री नीति शास्त्री ने किया