झाँसी। अध्यात्म सरोवर के राजहंस, युग प्रवर्तक, अपराजेय साधक, वर्तमान के वर्धमान, आचार्य श्रेष्ठ श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के समतापूर्वक समाधि पश्चात उन्हें समूचे बुन्देलखण्ड की ओर से भावपूर्वक गुणानुवाद करते हुये उनकी साधना स्थली एवं बुन्देलखण्ड के तीर्थो की हृदयस्थली श्री अतिशय क्षेत्र करगुवां जी में विशाल विनयाजंली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, उक्त जानकारी झांसी जैन समाज की सर्वोच्च संस्था श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति की अधिकृत प्रैसवार्ता में दी।
पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन एवं महामंत्री कमल जैन ने बताया कि जैन धर्म के इस सदी के महानसंत श्री विद्यासागर महाराज के 18 फरवरी 2024 को समाधि पश्चचात जैन तीर्थ करगुवां जी में उनके गुणानुवाद हेतु सर्वधर्म विनयाजंली कार्यक्रम किया जा रहा है। कार्यक्रम में आचार्य श्री के जीवन पर आधारित साहित्य भी वितरित किया जायेगा। ज्ञातव्य है कि वर्ष 1988 में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जी का ससंघ आगमन श्री अतिशय क्षेत्र करगुवां जी में हुआ था।कार्यक्रम में श्रद्वालु भक्त जन, जनप्रतिनिधीगण एवं जैन आगम के प्रकाण्ड विद्वानों की भावपूर्वक विनयाजंलि प्रस्तुत की जायेगी।
पंचायत महामंत्री कमल जैन ने बताया कि आचार्यश्री का बुन्देलखण्ड के जैन तीर्थो के प्रति गहरा अनुराग था उनकी पावन प्रेरणा से बुन्देलखण्ड में कई दयोदय गौशाला एवं सर्वजन चिकित्सा हेतु अस्पताल भी कार्यरत हैं।इस अवसर पर करगुवां मंत्री एड.शिरोमणि जैन, करूणा स्थलीमंत्री राजकुमार जैनबाबा, समाजसेवी अशोक जैनिथ एवं जितेन्द्र जैन उपस्थित रहे।नगर में आरविवार 25 फरवरी 2024 को प्रात:काल 9 बजे करगुवां जी में परमपूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज को विनयाजंलि सभा का आयोजन
