राज्यसभा चुनाव के लिए यूपी में 27 फरवरी को मतदान होगा। भाजपा की कोशिश अपने आठवें प्रत्याशी को जिताने की होगी तो सपा अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरे प्रयास कर रही है।
राज्यसभा की दस सीटों पर हो रहे चुनाव में भाजपा और सपा के बीच 27 फरवरी को मुकाबला होगा। मंगलवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्य, नवीन जैन, तेजवीर सिंह, साधना सिंह, संगीता बलवंत बिंद और संजय सेठ उम्मीदवार हैं। वहीं, सपा से जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा को आठवीं और सपा को तीसरी सीट के लिए संघर्ष करना होगा। भाजपा के पास आठ सीटों के लिए एनडीए गठबंधन, संभावित सहयोगी विधायकों सहित करीब 288 मत हैं। जबकि पार्टी को 296 मतों की आवश्यकता है।
गठबंधन टूटा तो सपा को लगेगा झटका
सपा और कांग्रेस का संभावित गठबंधन नहीं हुआ तो राज्यसभा चुनाव में सपा को झटका लग सकता है। सपा के 108 विधायक हैं। सपा को तीन सीटें जीतने के लिए 111 मतों की आवश्यकता है। सपा विधायक इरफान सोलंकी और रमाकांत यादव जेल बंद हैं। यदि इन दोनों विधायकों को जेल से मतदान करने की मंजूरी नहीं मिली तो सपा के पास मात्र 106 वोट ही रहेंगे। ऐसे में यदि सपा को कांग्रेस के दो विधायकों का वोट नहीं मिला तो तीसरी सीट पर तलवार लटक सकती है।
मुख्यमंत्री ने दीं शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यसभा चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य प्रत्याशियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए भाजपा की यात्रा अविराम जारी है।