बिजली कर्मियों की फटकार के बाद जहर खाकर आत्महत्या करने वाले अवनीश की पत्नी पूनम ने बताया कि मंगलवार को बिजली निगम की टीम आई तो उन्होंने आर्थिक स्थिति का हवाला भी दिया। काफी गुजारिश करने के बाद भी टीम में शामिल सदस्यों का दिल नहीं पसीजा और वे धमकाते रहे।
शाहजहांपुर में एक माह पहले कनेक्शन काटने के बाद 61 हजार रुपये बिल जमा नहीं करने पर बिजली निगम की टीम ने ग्रामीण को जेल भेजने की धमकी दी। इससे दहशत में आए ग्रामीण ने जहरीला पदार्थ खा लिया। बुधवार रात राजकीय मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई।
सिंधौली थाना क्षेत्र के गांव महाऊदुर्ग निवासी राजेश्वर दयाल का बेटा अवनीश (35) अपने चाचा रामचंद्र के मकान में रहते थे। बिजली का कनेक्शन रामचंद्र के नाम था। बिल जमा नहीं करने के चलते करीब 61 हजार रुपये बकाया हो गया था। पिछले महीने टीम ने आकर कनेक्शन काट दिया। रामचंद्र की कुछ माह पहले मौत हो चुकी है।
कुर्की करने की दी थी धमकी
अवनीश की पत्नी पूनम देवी का आरोप है कि मंगलवार को बिजली निगम की चार सदस्यीय टीम उनके घर आई थी। बिल अदा नहीं करने पर मकान की कुर्की करने और अवनीश को जेल भेजने की धमकी दी। पूनम के अनुसार, टीम के जाने के बाद अवनीश काफी ज्यादा परेशान हो गए। बुधवार को उन्होंने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत गंभीर होने पर परिजन उन्हें लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां देर रात उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। वह अपने पीछे बेटे कृष्णा और यक्ष को छोड़ गए हैं।
रामचंद्र अविवाहित थे। अकेले होने के चलते भतीजे को परिवार समेत मकान में रख लिया था। अवनीश गांव में मेहनत-मजदूरी करते थे। उनके पास खेती भी नहीं है। मंगलवार को टीम आई तो उसने आर्थिक स्थिति का हवाला भी दिया। पत्नी पूनम के अनुसार, काफी गुजारिश करने के बाद भी टीम में शामिल सदस्यों का दिल नहीं पसीजा और वे धमकाते रहे।सीओ पुवायां पंकज पंत ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं है। तहरीर आने पर जांच कराकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।