अंगद के जेल में जाने के बाद बरार फैमिली शोक में है। सबका बुरा हाल है। अगले दिन यशराज बरार मैंशन पहुंचता है। वह परिवार को तसल्ली देने की कोशिश करता है। वह सबकुछ ठीक होने की बात कहेगा। उनके बिजनेस पर खतरा मंडरा रहा है। कंपनी का नाम बहुत ज्यादा खराब हो गया है। अकाल को कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। जब कंपनी की इतनी बुरी हालत है तो यशराज कंपनी के शेयर्स खरीदने के लिए तैयार हो जाता है। वह सबको समझा देगा कि बरार खानदान की बागडोर किसी और के हाथ में जाने नहीं देगा।
मेघा पर हुआ अंगद को शक
मनवीर इसके लिए अंगद की राय लेने के कहेगी। बिजनेस का फैसला ऐसे नहीं ले सकते। यशराज उन्हें इस बारे में सोचने के लिए कहेगा और वहां से चल देगा। उधर अंगद जेल में बंद है और उससे मिलने मेगा कश्यप जेल के अंदर आती है। वह उससे डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने के लिए कहेगी। जिसके लिए अंगद बार-बार मना करता आया है। अब अंगद को शक होता है कि वो उससे स्टेटमेंट पर साइन करने के लिए क्यों कह रही है कहीं यशराज बावेजा ने तो नहीं कहा।
सीरत ने मानी गलती
मेघा वहां से निकलकर यशराज को फोन करती है और बताएगी कि अंगद उन पेपर्स पर साइन करने के लिए तैयार नहीं है। वह इसके बाद प्लान बी बनाने के लिए कहेगा। साहिबा पुलिस थाने से वापस घर लौट आई है। सीरत उसके कमरे में आकर अंगद का हाल चाल पूछती है। वह कहेगी गैरी की धमकियों से डर गई थी।