संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी के दिन एक बार फिर लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में भारी चूक हो गई। बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो लोग अचानक से दर्शक दीर्घा में कूद आए। इन लोगों ने जूते में कुछ छिपा रखा था, जिससे धुआं छोड़ने लगे। लोकसभा के अंदर तस्वीरों में धुआं-धुआं देखा जा रहा है। इन लोगों को पहले कुछ सांसदों ने घेर लिया और फिर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया। इनमें से एक शख्स का नाम सागर बताया जा रहा है, जो एक सांसद के लेटर पर गेस्ट के तौर पर दर्शक दीर्घा में आया था। इन दोनों ही संसद मार्ग थाने ले जाया गया है। संसद में पहली बार इस तरह का वाकया हुआ है। आतंकी हमले के दौरान भी सुरक्षा बलों ने दहशतगर्दों को बाहर ही रोक लिया था, जबकि अंदर कार्यवाही चल रही थी।
इसके अलावा संसद परिसर के बाहर भी हंगामा हुआ। यहां एक महिला और एक पुरुष हंगामा कर रहे थे और तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगा रहे थे। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार नारेबाजी करने वाली महिला का नाम नीलम बताया जा रहा है, जो महाराष्ट्र की रहने वाली है। लोकसभा में जिस वक्त यह वाकया हुआ, उस दौरान भाजपा के सीनियर सांसद राजेंद्र अग्रवाल चेयर पर थे। उन्होंने पूरे वाकये की जानकारी देते हुए बताया कि एक शख्स जब गैलरी से कूदा तो लगा कि वह गिर गया। वहीं इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। एक शख्स ने गैस छोड़ी, जबकि दूसरा बेंच को ठोक रहा था।