कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि देश में मुस्लिमों और दलितों की स्थिति बेहद खराब है। उनकी इस टिप्पणी से बसपा सुप्रीमो मायावती ने सहमति जताई है और कहा कि यह तो कड़वा सच ही है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा अमेरिकी दौरे में भारत के करोड़ों दलितों व मुस्लिम समाज की दयनीय दशा के बारे में दिया गया बयान कड़वी सच्चाई है।’ इसके साथ ही मायावती ने कहा कि इसके लिए दोषी तो केंद्र की सरकारें ही रही हैं। खासतौर पर कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां जिन्होंने शासन किया था।
देश में यूपी सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस की सरकार हो या बीजेपी अथवा सपा की, बहुसंख्यक बहुजन समाज के गरीबों व वंचितों पर हर स्तर पर अन्याय-अत्याचार व शोषण आम बात है। उन्होंने कहा कि यूपी में केवल बीएसपी की सरकार में कानून का राज स्थापित करके सबके साथ न्याय किया गया। उन्होंने कहा कि देश का राजनीतिक इतिहास सांप्रदायिक दंगों और जातिवादी घटनाओं से भरा पड़ा है। इसकी वजह राजनीतिक स्वार्थ ही रहे हैं। इसके लिए राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं। लेकिन इनके चलते ही लोग बहुजन हितैषी संविधान होने के बाद भी पीड़ित और लाचार हैं।
राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में मुस्लिमों की स्थिति तो अब दलितों से भी बदतर है। यही नहीं उन्होंने कहा था कि इस सरकार के दौर में दलित, मुस्लिम, महिला और पिछड़े सभी पीड़ित हैं और दमन का शिकार हो रहे हैं। यही नहीं गुरुवार को तो राहुल गांधी ने बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगले 3 से 4 विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफाया कर देगी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही राहुल गांधी फ्रंटफुट पर हैं और भाजपा पर तीखे हमले कर रहे हैं। फिलहाल वह 10 दिनों के अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान वह तीन शहरों में कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।