लखनऊ, 2 जून: सिटी मोन्टेसरी स्कूल एवं कैनडा उच्चायोग के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन पर आयोजित दो-दिवसीय सेमिनार में आज बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए प्रेसीडेन्ट एवं एम.डी. प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि छात्र शक्ति व युवा जोश का सम्मिलित प्रयास ही दुनिया को जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण की विषम समस्या से उबार सकता है। युवा पर्यावरणविद् ग्रेटा थनबर्ग इसकी प्रेरक मिसाल हैं। युवा पीढ़ी की परिवर्तनकारी क्षमता और सकारात्मक बदलाव के उनके प्रयासों को हम स्वयं ही देख रहे हैं। आज की युवा पीढ़ी में दुनिया को बदलने की क्षमता मौजूद है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह विचार गोष्ठी किशोरों एवं युवा पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति उनके दायित्वों से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
‘शोकेसिंग यूथ-लेड क्लाइमेट एक्शन’ विषय पर आयोजित पैनल डिस्कशन में बोलते हुए मुख्य अतिथि सुश्री प्राची गंगवार, डी.आई.जी. फॉरेस्ट, ने कहा कि हमें पर्यावरणीय विषयों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।इस अवसर पर सी.एम.एस. के छात्रों ने भी अपने सारगर्भित विचार व्यक्त करते हुए पर्यावरण संरक्षण का अलख जगाया। छात्रों ने एक स्वर से कहा कि मानव जाति के अस्तित्व की सुरक्षा हेतु ईश्वर प्रदत्त धरती के प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग तथा पर्यावरण को साफ-सुथरा तथा हरा-भरा बनाये रखना ही हम सभी का परम दायित्व है।सेमिनार के अन्तर्गत ‘इम्पॉवरिंग चेन्ज: ट्रान्सफार्मिंग एटीट्यूड्स टु इंड जेन्डर-बेस्ट वायलेन्स एवं ‘स्ट्रेन्थिनिंग वोमेन इन्टरप्रिन्योरशिप इकोसिस्टम एट ग्रासरूट्स इन यूपी’ विषयों पर गंभीर चर्चा-परिचर्चा सम्पन्न हुई, जिसमें अपर्णा रजत कौशिक, डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस, सुश्री अलीमा जैदी अली, एसोसिएशन ऑफ एडवोकेसी एण्ड लीगल इनीशिएटिव, डा. रूपरेखा वर्मा, पूर्व उप-कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय सुश्री ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह, सी.ई.ओ., लखनऊ फामर्स मार्केट एवं सुश्री इतिश्री मिश्रा, असिस्टेन्ट एडीटर, टाइम्स ऑफ इण्डिया आदि विभिन्न हस्तियों ने अपने विचार व्यक्त किये।