भोपाल: मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बेटियों के लिए एक बड़ी योजना की घोषणा की है, जिसका नाम खेल-कूद योजना है। इस योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज ने खेल मंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को निर्देश दिया है।
लाडली बेटियों के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि, मेरे लिए सबसे सुंदर पल तभी होता जब मैं अपनी लाडली लक्ष्मियों के पास होता हूँ। बेटियों को बोझ समझा जाता रहा, बेटियों को खोक में मार दिया जाता था। बेटियां बोझ न रहे वरदान बने यह मेरा मकसद है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने आगे कहा कि, मेरे मन में आया कि बेटी जन्म लेने हो तो लखपति रहे इसलिए यह योजना बनी। योजना हो पढ़ाई से भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मियों के लिए खेल कूद की योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने खेल मंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को निर्देश देते हुए कहा कि, बेटियों के खेलने कूदने के लिए बनाई जाए योजना, जिससे बेटी पढ़े भी खेले कूदे। बेटियां स्टार्टअप की तरफ भी बढ़े। क्योंकि पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उठान होती है।
वही दमोह मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि, यह मेटर मेरे संज्ञान में आया किसी भी बेटी को कोई भी स्कूल बाध्य नहीं कर सकता कि वह कोई ऐसी चीज पहने जो उनकी परंपरा में नहीं है। मामला मेरे संज्ञान में आया है दमोह के विद्यालय का मैंने जांच के निर्देश दिए हैं। तहकीकात के पश्चात् तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करेंगे।