विजडम इंडिया।
देहरादून, 24 सितम्बर।
रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय, देहरादून में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) दिवस उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में किया गया, जिसमें कई वरिष्ठ पदाधिकारी और अध्यापक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन ने की। उनके साथ मंच पर प्रो वाइस चांसलर डॉ. देश दीपक, डीन अकादमिक डॉ. मनमोहन गुप्ता, डीन स्टूडेंट वेलफेयर सुश्री नीतिका कौशल, डीन डॉ. इमरान खान, कार्यक्रम अधिकारी श्री प्रदीप महरा तथा सह-कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वंदना डंगवाल सहित कई फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे।


अपने उद्बोधन में कुलपति डॉ. ऐरन ने घोषणा की कि विश्वविद्यालय को एनएसएस की पांच यूनिट्स की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनमें से दो यूनिट्स जीबीसीएम मेडिकल कॉलेज और तीन कोटरा संतोउर परिसर में स्थापित की जाएंगी।
उन्होंने कहा, “एनएसएस केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की उपयोगी पद्धति है। यह छात्रों में सेवा-भाव, अनुशासन और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना पैदा करता है। सुभारती विश्वविद्यालय सदैव समाजोपयोगी शिक्षा और सेवा कार्यों के लिए जाना जाता है, और एनएसएस हमारी इसी प्रतिष्ठा को और ऊँचाई प्रदान करता है।”
डॉ. देश दीपक ने अपने संबोधन में अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए स्वयंसेवकों से समाज सेवा और जिम्मेदारी की भावना को बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस युवाओं को राष्ट्र निर्माण की मुख्यधारा से जोड़ने का सशक्त माध्यम है।


श्री प्रदीप महरा कार्यक्रम अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि यह आयोजन तभी सार्थक है जब हर स्वयंसेवक सेवा और समर्पण की भावना को अपने जीवन में उतारे।
कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिससे वातावरण और भी ऊर्जावान हो गया। छात्रों ने गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुत कर समाज सेवा का संदेश दिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। NSS दिवस ने न केवल छात्रों में उत्साह जगाया, बल्कि उन्हें सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में प्रेरित भी किया।

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