कर्तव्य पथ पर रंगों और राष्ट्रभक्ति का अनूठा संगम
नई दिल्ली, 20 सितम्बर 2025।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित “विकसित भारत के रंग – कला के संग” नामक भव्य राष्ट्रीय पेंटिंग वर्कशॉप में रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय, देहरादून के फाइन आर्ट्स विभाग के छात्र-छात्राओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन कर पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया।

इस कार्यक्रम में देशभर से आए 12,000 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया, लेकिन रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की प्रस्तुति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष साहनी तथा फैकल्टी डॉ. दीपक और शैफाली के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं — काजल, शुभम, अमन, अनुराग, अखिलेश, आयुष, वंशिका और शिवानी — ने अपने चित्रों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में “विकसित भारत” की प्रेरणादायक यात्रा और राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना को बखूबी उकेरा।
छात्रों की कलाकृतियाँ न केवल रंगों की गहराई और विविधता का उदाहरण बनीं, बल्कि उनमें सामाजिक संदेश, राष्ट्रभक्ति और नई पीढ़ी के सपनों की झलक भी स्पष्ट दिखाई दी। दर्शकों और आयोजकों ने इन प्रस्तुतियों को खड़े होकर सराहा।
इस अवसर पर रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. हिमांशु ऐरन ने कहा:
“हमारे विद्यार्थियों की प्रतिभा और उनकी राष्ट्रभक्ति देखकर मुझे अपार गर्व है। यह आयोजन केवल कला का उत्सव नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा, उसकी संस्कृति और उसकी प्रगति का संदेश है। हमारे छात्र जिस निष्ठा और रचनात्मकता से जुड़े हैं, वह निश्चित ही ‘विकसित भारत’ के निर्माण में योगदान देने वाली शक्ति है। मैं उन्हें और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को हृदय से बधाई देता हूँ।”
यह आयोजन न केवल कला के क्षेत्र में एक मील का पत्थर सिद्ध हुआ, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि कला और संस्कृति राष्ट्रभक्ति की सबसे प्रभावी अभिव्यक्ति है।
