विजडम इंडिया
देहरादून संवाददाता। रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय, देहरादून के आर्ट्स एंड सोशल साइंस विभाग द्वारा वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती धूमधाम और श्रद्धाभाव से मनाई गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन ने की। उन्होंने दीप प्रज्वलित एवं चित्र पर पुष्पांजली कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में दिवस की महत्त्व को समझाते हुए कहा कि यह एक ऐसा दिन है जो हमें बहादुरी ,आत्मबलिदान एवं मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि आइए हम सभी मिल कर संकल्प ले कि, हम अपने जीवन में साहस ,निष्ठा एवं देशभक्ति को अपनाएंगे साथ ही वीरांगना तीलू रौतेली समकक्ष महाविभूतियों को केवल याद न कर अपितु उनके आदर्शों को अपने जीवन में चरितार्थ करेंगे ।

इस अवसर पर कला संकाय के छात्र सिद्धार्थ शाह ने तीलू रौतेली के जीवन एवं संघर्ष पर एक प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें उनके शौर्य, वीरता और बलिदान को विस्तारपूर्वक बताया गया।

वहीं, अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रमनदीप कौर ने तीलू रौतेली की उपलब्धियों को श्रोताओं के समक्ष रखते हुए बताया कि किस प्रकार कम आयु में ही उन्होंने रणभूमि में अद्वितीय वीरता का प्रदर्शन किया और उत्तराखंड की महान वीरांगनाओं में अपना नाम अमर किया।
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के अकादमिक कॉर्डिनेटर रमन कृष्ण किमोठी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए माननीय कुलपति प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन, विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार श्री खालिद हसन, समस्त संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों एवं प्रोफेसरगण का आभार प्रकट किया। साथ ही उन्होंने आज के युवाओं को तीलू रौतेली के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्रभक्ति और सामाजिक उत्तरदायित्व के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
