अपने घर पर हमले के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने गुरुवार को एक बार फिर दोहराया कि मैंने राणा सांगा को लेकर कोई गलत बयान नहीं दिया था। सुमन ने कहा कि राणा सांगा ने ही बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए हिंदुस्तान बुलाया था। सुमन ने यह भी कहा कि बयान देने का मतलब किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। कहा कि मैं सामाजिक सदभावना का व्यक्ति हूं। इसी आधार पर राजनीति की है और आगे भी करूंगा। सुमन ने यह भी कहा कि मेरा बयान ऐतिहासिक संदर्भों को लेकर है। बयान पर माफी मांगने का तो सवाल ही नहीं है। सुमन ने अपने घर पर हमले को लेकर राज्यसभा के उपसभापति को पत्र लिखा है और सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी की है।
गौरतलब है कि सपा सांसद के राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर करणी सेना ने आक्रोश जताते हुए आगरा में बुधवार को उनके घर पर हमला बोल दिया था। उनके घर पर जमकर तोड़फोड़ की गई थी। इस हमले के लिए भी सांसद ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में सुमन ने कहा जो कुछ हुआ वह पूर्व सुनियोजित था। 22 मार्च से ही लगातार वह लोग हमारे घर पर जाने का ऐलान कर रहे थे। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि प्रशासन को सब कुछ जानकारी थी। वह लोग बुलडोजर लेकर छह थाना क्षेत्रों को पार कर गए। इसको रोकने का प्रयास प्रशासन को करना चाहिए था।
प्रशासन चाहता तो इसे रोक सकता था। इन लोगों ने मेरे आवास पर जाकर तोड़फोड़ की। कुर्सियां, शीशें तोड़ दिए गए। न सिर्फ हमारी गाड़ी बल्कि वहां खड़ी अन्य गाड़ियों को भी तोड़ दिया गया। हमारे परिवार पर कातिलाना हमला किया गया। जो भी हुआ उससे साफ है कि प्रशासन की तरफ से लचर व्यवस्था थी। सांसद सुमन ने कहा कि इनके खिलाफ जो भी कार्रवाई होनी चाहिए थी नहीं हुई है। मेरी टेलीफोन से आगरा प्रशासन से बातचीत हुई है। हमला करने वालों पर जवाबी कार्रवाई होगी। जनतंत्र में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है किया जाएगा।
अपने बयान को लेकर सुमन ने कहा कि मेरा सिर्फ इतना कहना है कि राणा सांगा ने बाबर को हिंदुस्तान में आमंत्रित किया था। इसके अलावा मेरा कोई मकसद नहीं था। किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का मकसद भी नहीं था। मेरी तरफ से कोई गलत बयान नहीं दिया गया है। राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। बाद में दोनों में नाइंतकाफी हो गई और खानवा के मैदान में राणा सांगा और बाबर की जंग भी हुई। इस जंग में राणा सांगा हार गए थे।
दलित होने के कारण उनके घर पर हमले की बात पर सुमन ने कहा कि यह हमला एक मानसिकता है। हम लोग पीडीए के कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं। हमारे पीडीए पर यह हमला है। देश की जो स्थिति हैं वह कमजोर वर्गों, पिछड़ों, दलितों के खिलाफ एक तरह की मानसिकता है। इसी मानसिकता को लेकर यह हमला किया गया है।