IAS Priyanka Goel Success Story: “सफलता एक दिन में नहीं मिलती, मगर ठान ले तो एक दिन जरूर मिलती है।” यूपीएससी परीक्षा हमारे की सबसे बड़ी और कठिन परीक्षा में से एक है। इस परीक्षा को पास करना बहुत ही मुश्किल है। बहुत सारे लोग अगर एक बार प्रयास कर असफल हो जाते हैं तो वे हिम्मत हारकर दूसरा प्रयास ही नहीं करते हैं और अपना सपना बीच में ही अधूरा छोड़ देते हैं। लेकिन विजेता वो ही बनता है जो अंत तक मैदान में डटकर खड़ा रहता है।
दिल्ली की रहने वाली प्रियंका गोयल ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 पास की। उनकी रैंक 369वीं रहीं। उन्हें दानिक्स (DANIAS) कैडर अलॉट हुई है।
डीयू से की पढ़ाई
दिल्ली की प्रियंका गोयल की स्कूलिंग महाराजा अंग्रसेन पब्लिक स्कूल पीतम पुरा से हुई। इसके बाद उन्होंने डीयू के केशव महाविद्यालय से बीकॉम ऑनर्स किया। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। ग्रेजुएशन के बाद ही प्रियंका ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी थी।
बचपन में बनना चाहती थीं टीचर
प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया कि स्कूल लाइफ में उनका लक्ष्य एक टीचर बनने का था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि डांस सीखना उनकी हॉबी रही है। स्कूल टाइम में वह सीखा करती थीं। वह अपनी कॉमर्स की टीचर से काफी प्रेरित थीं। सिविल सर्विसेज के बारे में उन्हें कोई आइडिया नहीं था।
5 बार यूपीएससी में हुईं फेल
यूपीएससी की यात्रा के दौरान क्या-क्या गलतियां हुईं, इस पर प्रियंका गोयल ने कहा कि पहले प्रयास में उन्हें सिलेबस और सही किताबों की भी अच्छी जानकारी नहीं थी। पहले, दूसरे प्रयास में वह प्रीलिम्स पास नहीं कर पाईं। तीसरे में वह मेन्स नहीं पास कर पाईं। चौथे और पांचवें अटेम्प्ट में प्रीलिम्स तक क्रैक नहीं हो सका। छठे प्रयास में वह कहीं नहीं रुकीं।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था ऑप्शनल विषय
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रियंका गोयल का ऑप्शनल विषय पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था। इसमें उन्होंने 292 मार्क्स हासिल किए।
सेल्फ स्टडी से किया यूपीएससी पास
यूपीएससी अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए प्रियंका ने कहा कि कोचिंग संस्थान सिर्फ आपको गाइड करते हैं। ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप आप सेल्फ स्टडी से नहीं कर सकते। वो बहुत कुछ अलग से नहीं कराते जो आप खुद नहीं कर सकते।
प्रियंका की कहानी कई सालों से यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को यह बताती है कि इस राह पर धैर्य, लगातार मेहनत, लगन, खुद पर भरोसा रखने की कितनी जरूरत होती है।